प्रतीकात्मक तस्वीर Photograph: (AI)
मुंबई: महाराष्ट्र की देवेंद्र फड़नवीस सरकार ने जबरन धर्म परिवर्तन और 'लव जिहाद' के मामलों के खिलाफ कानून लाने की संभावना की जांच के लिए सात सदस्यीय समिति का गठन किया है। राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) संजय वर्मा की अध्यक्षता वाले पैनल में महिला एवं बाल कल्याण, अल्पसंख्यक मामले, कानून और न्यायपालिका, सामाजिक न्याय, विशेष सहायता और गृह जैसे प्रमुख विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को शामिल किया गया है।
राज्य सरकार की ओर से शुक्रवार देर रात जारी सरकारी संकल्प (जीआर) के अनुसार समिति जबरन धर्मांतरण और "लव जिहाद" से संबंधित शिकायतों से निपटने के उपाय सुझाएगी। यह पैनल अन्य राज्यों में मौजूदा कानूनों की भी समीक्षा करेगा और कानूनी प्रावधानों की सिफारिश करेगा।
गौरतलब है कि श्रद्धा वाकर हत्याकांड मामले के बाद महाराष्ट्र में भाजपा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन द्वारा लव जिहाद का मुद्दा, मुस्लिम पुरुषों द्वारा हिंदू महिलाओं को प्रलोभन देकर उनका कथित धर्म परिवर्तन कराने जैसे मामले प्रमुखता से उठाए गए हैं।
महाराष्ट्र की 27 वर्षीय महिला श्रद्धा वॉकर की कथित तौर पर हत्या कर दी गई थी। साल 2022 में श्रद्धा वॉकर के लिव-इन पार्टनर आफताब पूनावाला ने हत्या कर उसके शरीर को कई टुकड़ों में काट दिया था।
विपक्ष कर रहा सरकार के फैसले की आलोचना
बहरहाल, समिति गठित करने के सरकार के फैसले की विपक्ष ने आलोचना की है। एनसीपी (शरद पवार) नेता सुप्रिया सुले ने कहा है कि 'शादी या प्यार करना एक व्यक्तिगत पसंद है।'
सुले ने कहा, 'मैं सरकार से वास्तविक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने का अनुरोध कर रही हूं। प्रधानमंत्री मोदी अभी अमेरिका से लौटे हैं और अमेरिका ने नए टैरिफ लगा दिए हैं, जिसका असर हमारे देश पर पड़ेगा। सरकार को ऐसे मामलों पर ध्यान देना चाहिए और आर्थिक स्थिति पर ध्यान देना चाहिए।'
वहीं, समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी ने भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार का पूरा ध्यान मुसलमानों को परेशान करने और सांप्रदायिकता फैलाने पर है। आजमी ने कहा, 'वे लिव-इन रिलेशनशिप को आजादी देना चाहते हैं, लेकिन अगर 18 साल से अधिक उम्र का कोई व्यक्ति अंतरधार्मिक विवाह करना चाहता है या धर्म परिवर्तन करना चाहता है, तो उन्हें इससे समस्या है। लव जिहाद जैसी कोई चीज नहीं है।'
कांग्रेस नेता हुसैन दलवई ने जोर देकर कहा कि जबरन धर्म परिवर्तन नहीं होता है और 'लव जिहाद' जैसी बातें झूठ है। कांग्रेस नेता ने कहा, 'लोकतंत्र हर किसी को किसी भी धर्म का पालन करने की इजाजत देता है। हमारा देश धर्मनिरपेक्ष है, लेकिन कुछ लोग हमारी संस्कृति को नष्ट करना चाहते हैं। उन्हें बताने दीजिए कि उन्होंने वास्तव में लव जिहाद के कितने मामले देखे हैं। ये लोग हमारे देश में हिटलर की संस्कृति लाना चाहते हैं।'
बढ़ रहे लव जिहाद के मामले: भाजपा विधायक
दूसरी ओर सरकार के कदम का बचाव करते हुए, भाजपा विधायक मंगल लोढ़ा ने इस बात पर जोर दिया कि देश भर में 'लव जिहाद' के मामले बढ़ रहे हैं। लोढ़ा ने कहा, 'हम सभी ने देखा कि श्रद्धा वाकर को कितने टुकड़ों में काटा गया। महाराष्ट्र में ऐसे कई मामले हैं। जब हम लव जिहाद को रोकने की कोशिश करते हैं, तो विपक्ष को समस्या होने लगती है।'