उत्तराखंड: गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर भूस्खलन, हादसे में 3 श्रद्धालुओं की हुई मौत कई घायल

घटना पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुख जताया है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने एक्स पर लिखा- “केदारनाथ यात्रा मार्ग के पास पहाड़ी से मलबा व भारी पत्थर गिरने से कुछ यात्रियों के हताहत होने का समाचार अत्यंत दुःखद है।”

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Landslide on Uttarakhand Gaurikund-Kedarnath walking route 3 devotees died, many injured in the accident

उत्तराखंड: गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर भूस्खलन, हादसे में 3 श्रद्धालुओं की हुई मौत कई घायल (फोटो- IANS)

रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड के गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर एक हादसे की खबर सामने आई है। यहां भूस्खलन के कारण तीन तीर्थयात्रियों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य यात्री घायल हो गए। हादसे में कई और श्रद्धालुओं के भी फंसे होने की खबर सामने आ रही है।

रुद्रप्रयाग जिला आपदा प्रबंधन ने बताया कि यह घटना आज सुबह साढे सात बजे घटी है। एसडीआरएफ के मुताबिक, जिन तीन लोगों की मौत हो गई है उनके शव को एसडीआरएफ की टीम ने जिला पुलिस को सौंप दिया है। हादसे को लेकर सीएम धामी ने भी ट्वीट किया है और घायलों के उपचार को लेकर जानकारी दी है।

मलबे के चपेट में आने से 3 तीर्थयात्रियों की हुई मौत

घटना केदारनाथ पैदल मार्ग के चिरबासा की है। बताया जा रहा है कि गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर पहाड़ी से अचानक मलबा गिर गया। इस दौरान वहां से कुछ तीर्थयात्री गुजर रहे थे। मलबे की चपेट में आने से तीन यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई और दो घायल हो गए।

घटनास्थल पर बचाव टीम मौजूद

घटना की सूचना मिलते ही गौरीकुंड पुलिस और डीडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंची। रेस्क्यू टीमों ने घटनास्थल से तीर्थयात्रियों को हटाया। साथ ही उन्होंने भूस्खलन को देखते हुए रास्ते को बंद कर दिया।

इसके साथ ही सभी घायलों को गौरीकुंड के नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि अचानक ही पहाड़ टूटकर गिरने लगे कोई कुछ समझ पाता इससे पहले ही मलबे के नीचे लोग दब गए।

घटना पर सीएम ने जताया दुख

इस घटना पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुख जताया है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने एक्स पर लिखा- “केदारनाथ यात्रा मार्ग के पास पहाड़ी से मलबा व भारी पत्थर गिरने से कुछ यात्रियों के हताहत होने का समाचार अत्यंत दुःखद है। घटनास्थल पर राहत एवं बचाव कार्य जारी है। इस संबंध में निरंतर अधिकारियों के संपर्क में हूं। हादसे में घायल हुए लोगों को त्वरित रूप से बेहतर उपचार उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए हैं। ईश्वर दिवंगतों की आत्मा को श्री चरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।”

केदारनाथ धाम के लिए रिकॉर्ड संख्या में आ रहे हैं श्रद्धालुओं

इससे पहले बीते 10 जुलाई को जोशीमठ में भूस्खलन हुआ था। जिसके चलते बदरीनाथ नेशनल हाईवे बंद कर दिया गया था। हालांकि इसमें किसी जान और माल के नुकसान की कोई खबर नहीं थी। बता दें कि इस समय केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। केदारनाथ यात्रा 10 मई से शुरू हुई थी।

इस साल धाम यात्रा के लिए भारत और विदेश से करीब 26 लाख तीर्थयात्रियों ने पंजीकरण कराया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, अब तक 10 लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए केदारनाथ आ चुके हैं। एक और रिपोर्ट के मुताबिक, जिस दिन केदारनाथ के कपाट खुले थे। उसी दिन ही लगभग 20 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे।

बस पलट जाने से 20 लोग हुए थे घायल

इस साल के शुरूआत में भी एक ऐसा ही हादसा सामने आया था जिसमें राजस्थान के दौसा में चार धाम यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस के पलट जाने से कम से कम 20 लोग घायल हो गए थे। ये सभी तीर्थयात्री केदारनाथ से बद्रीनाथ लौट रहे थे तभी यह घटना घटी है।

समाचार एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ

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