KIIt Photograph: (X)
भुवनेश्वरः कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ने तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। निलंबित किए गए लोगों में दो लोग हॉस्टल स्टाफ के हैं। इन लोगों पर आरोप है कि इन्होंने नेपाली छात्रों के साथ दुर्व्यहार किया था। इसके अलावा इन लोगों पर यह भी आरोप है कि इन्होंने 20 वर्षीय छात्रा की आत्महत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों को परिसर से बाहर निकाला था।
इस घटना के बाद विश्वविद्यालय ने माफी मांगी है और इसके लिए सोशल मीडिया पर एक नोट भी साझा किया है। विश्वविद्यालय ने कहा है कि दो सुरक्षा अधिकारियों को निकाला गया है। इसके अलावा नेपाली छात्रों की वापसी की सुरक्षा के लिए एक नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है।
क्या है पूरा विवाद?
दरअसल, रविवार को प्रकृति लम्साल नाम की एक छात्रा अपने हॉस्टल कमरे में मृत पाई गई थी। प्रकृति बीटेक तृतीय वर्ष की छात्रा थी और वह नेपाल से थी। इसके बाद परिसर में नेपाली छात्रों ने प्रोटस्ट शुरु किया।
इस मामले ने तब और तूल पकड़ा जब विश्वविद्यालय प्रशासन ने इन छात्रों को परिसर से बाहर निकालने का प्रयास किया था। इसके बाद इस मामले में नेपाली दूतावास ने भी हस्तक्षेप किया।
तनाव के बीच विश्वविद्यालय प्रशासन ने कुछ अधिकारियों द्वारा असंवेदनशील बातें बोलने के लिए भी माफी मांगी है। इनके कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं।
प्रशासन ने मांगी माफी
प्रशासन ने कहा है कि हमें पता है कि कुछ टिप्पणियां भावावेश में की गईं थीं, उनके लिए क्षमा मांगते हैं। प्रशासन ने यह भी कहा है कि अधिकारी छात्रों की परिसर में वापसी के लिए उन्हें मना रहे हैं।
प्रोटेस्ट कर रहे नेपाली छात्रों ने आरोप लगाया था कि प्रकृति लम्साल ने उसके बैचमेट द्वारा परेशान किए जाने के बारे में शिकायत की थी। पुलिस ने उस छात्र की एयरपोर्ट के बाहर से गिरफ्तारी कर ली है।