केरल की आईएएस अधिकारी दिव्या आनलाइन ट्रोलिंग का हुईं शिकार Photograph: (X(https://x.com/DSIyer))
तिरुवनंतपुरमः केरल कैडर की आईएएस अधिकारी दिव्या एस अय्यर को सीपीआई नेता की तारीफ करने के बाद आनलाइन प्रतिक्रियाओं का सामना करना पड़ रहा। दरअसल आईएएस अधिकारी दिव्या ने केरल सीएम पिनराई विजयन के पूर्व निजी सचिव की प्रशंसा की थी जिसके बाद उन्हें सोशल मीडिया पर विरोध का सामना करना पड़ा।
हालांकि कांग्रेस नेताओं द्वारा की गई आलोचना के बाद सीएम पिनाराई विजयन आगे आए और दिव्या का बचाव किया। इसके साथ ही सीएम ने कांग्रेस पर "पितृसत्तात्मक मानसिकता" रखने का आरोप लगाया।
कौन हैं दिव्या अय्यर?
दिव्या अय्यर 2014 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। उनकी शादी कांग्रेस नेता केएस सबरीनाधन से हुई। सबरीनाधन कांग्रेस के दिवंगत नेता जी कार्तिकेयन के बेटे हैं। दिव्या फिलहाल विझिंजम अंतर्राष्ट्रीय बंदरगाह पर एमडी के रूप में कार्यरत हैं।
दिव्या ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में सत्तारूढ़ सीपीआई(एम) के नेता केके रागेश के सीएम के निजी सचिव के कार्यकाली की तारीफ की थी। केके रागेश को अब पार्टी ने कन्नूर जिले का जिला सचिव नियुक्त किया गया है। दिव्या ने सोशल मीडिया पोस्ट में रागेश की प्रशंसा करते हुए लिखा "केके आर (के.के. रागेश) की यह शील्ड महाभारत के कर्ण के लिए भी ईर्ष्या का विषय है। एक ऐसे व्यक्ति के रूप में जिसने उनके आधिकारिक जीवन के अंतिम तीन वर्ष देखे हैं, ऐसे कई गुण हैं जिन्हें मैं उनके जीवन से सीख सकती हूं। वह निष्ठा की पाठ्यपुस्तक हैं, कड़ी मेहनत की स्याही है। हमें हमेशा अत्यंत सम्मान के साथ देखने के लिए धन्यवाद- एक कला जो दुनियाभर में सत्ता के गलियारों में खतरे में पड़ रही है।"
इंडियन एक्सप्रेस की एक खबर के मुताबिक, दिव्या की सोशल मीडिया पोस्ट के बाद उन्हें आनलाइन आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। जिसके बाद उनके बचाव में सीएम विजयन भी आए। सीएम ने दिव्या की आनलाइन ट्रोलिंग को अपरिपक्व बताते हुए खारिज किया।
सीएम पिनाराई विजयन ने किया दिव्या का बचाव
सीएम ने बुधवार को दिव्या का बचाव करते हुए कहा कि इस ट्रोलिंग को अपरिपक्व दिमाग वालों की बकवास के रूप में जाना जाना चाहिए। सीएम विजयन ने आगे कहा कि दिव्या एक आईएएस अधिकारी हैं जो सरकारी क्षेत्र में काम कर रही हैं। उन्होंने जो कुछ देखा उस पर सार्वजनिक प्रतिक्रिया व्यक्त की।
इसके साथ ही सीएम ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्हें (कांग्रेस) को सिर्फ उनके पति की राजनीति दिखती है। उनके विचार जो कि पुरुष प्रभुत्व का हिस्सा हैं। क्या वह उनकी राजनीति से इतर अपना मत नहीं ले सकती हैं। सीएम ने कहा कि उनके (दिव्या) के विचारों के लिए उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।
हालांकि, इस मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वी डी सतीशन ने उनकी आलोचना से परहेज किया। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पूर्व सांसद और वरिष्ठ कांग्रेस नेता के. मुरलीधरन ने कहा "कुछ सिविल सेवा अधिकारी हैं जो पिनाराई विजयन के गुलाम हैं। वह उनमें से एक हैं...यह चापलूसी भविष्य में उनके लिए हानिकारक होगी।"
वहीं, यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक राहुल ममकूटथिल ने भी दिव्या पर हमला बोलते हुए कहा कि कर्ण जो भी था लेकिन वह दुर्योधन की तरफ था और मरते दम तक धर्म के विरुद्ध था। राहुल ने आगे कहा कि सवाल यह है कि यहां लालची दुर्योधन कौन है?
इसी तरह यूथ कांग्रेस के एक अन्य नेता विजिल मोहनन ने भी दिव्या पर हमला बोलते हुए फेसबुक पर लिखा कि उन्हें याद रखना चाहिए कि उन्हें सीपीआई (एम) राज्य मुख्यालय द्वारा भुगतान नहीं किया जाता है।