तिरुवनंतपुरमः केरल सरकार ने तकनीक के क्षेत्र में बड़ा फैसला किया है। राज्य सरकार स्कूलों में एआई इंजन बनाने पर विचार कर रही है। ये एआई इंजन राज्य सरकार के अधीन होंगे। इससे पहले राज्य सरकार ने स्कूल के शिक्षकों को सूचना और संचार प्रोद्यौगिकी (आईसीटी) का प्रशिक्षण दिया था और फिर इन्हें टेक्स्टबुक के पाठ्यक्रमों में जोड़ा था।
राज्य के सामान्य शिक्षा मंत्री वी सिवाकुट्टी ने शनिवार को ऐलान किया कि राज्य में एआई इंजन विकसित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस साल एआई इंजन विकसित किए जाएंगे। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि केरल इंफ्रास्ट्रक्चर ऐंड टेक्नोलॉजी फॉर एजुकेशन यानी केआईटीई के नेतृ्त्व में एआई इंजन विकसित किया जाएगा।
राज्य में बांटे गए 29 हजार रोबोटिक किट
इसके साथ ही मंत्री सिवाकुट्टी ने केआईटीई द्वारा स्कूलों में 29 हजार रोबोटिक किट वितरण के पूरा होने की भी घोषणा की है। स्कूलों में जो रोबोटिक किट वितरित की गईं हैं उनमें आर्डिनो यूनो रेव 3, एईडी, एलडीआर लाईट सेंसर माड्यूल, आईआर सेंसर माड्यूल ब्रेड बोर्ड, जंपर वायर शामिल हैं।
सिवाकुट्टी ने अपने भाषण में कहा कि आजकल बच्चे डिजिटल उपकरणों का अत्यधिक इस्तेमाल कर रहे हैं। इस वजह से फेक न्यूज जैसी समस्या भी बढ़ रही है। ऐसे में इनसे बचाव के लिए पाठ्यक्रम में आईसीटी को शामिल किया गया है।
सिवाकुट्टी इंटरनेशनल सेंटर फॉर फ्री ऐंड ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के स्टेट कैंप केआईटीई का उद्घाटन करने के बाद बोल रहे थे। दो दिनों तक चलने वाले इस सत्र के दौरान कई दिग्गज लोग हिस्सा लेने पहुंचे। इसमें सिंगापुर विश्वविद्यालय के प्रहलाद वडाकेप्पट पहुंचे। इसके साथ ही केरला विश्वविद्यालय के प्रोफेसर्स व अन्य विशेषज्ञ शामिल हुए।
बीते साल केरल सरकार ने राज्य सरकार के शिक्षकों को एआई की ट्रेनिंग दी थी। ऐसा करने वाला केरल देश का पहला राज्य बना है। सरकार तकनीकी रूप से शिक्षकों और छात्रों को मजबूत बनाने के उद्देश्य से काम कर रही है।