कोझिकोडः केरल के कोझिकोड जिले की एक शिक्षिका ने अपनी जान दे दी। शिक्षिका ने कोझिकोड के पास कट्टीपारा स्थित अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। शिक्षिका की पहचान अलीना बेनी नाम से हुई है जो कि कैथोलिक स्कूल में पढ़ाती थी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिक्षिका को बीते कई वर्षों से सैलरी नहीं मिल रही थी। पुलिस के मुताबिक, वह सेंट जोसेफ एलपी स्कूल में पढ़ाती थी। यह स्कूल तामारसेरी डायोसिस कॉर्पोरेट मैनेजमेंट द्वारा संचालित है। 

पांच सालों से नहीं मिला वेतन

अलीना के परिवार ने आरोप लगाया कि बीते पांच सालों से उसे वेतन नहीं मिल रहा था। इस वजह से वह मानसिक रूप से परेशान रहती थी और इसी कारण यह कदम उठाने को मजबूर हुई। अलीना इससे पहले तामारसेरी डायोसिस कॉर्पोरेट मैनेजमेंट द्वारा संचालित होली फैमिली एलपी स्कूल में पढ़ाती थी।

यहां पर उसने चार साल पढ़ाया। अलीना के परिवार के सदस्यों का कहना है उन्होंने नौकरी के लिए मैनेजमेंट को सालों पहले 13 लाख रुपये दिए थे लेकिन उसे सैलरी के रूप में एक रुपया भी नहीं मिला। 

समय पर नहीं दिए दस्तावेज

अलीना के पिता बेनी ने बताया कि मैनेजमेंट ने सरकार को समय पर दस्तावेज नहीं प्रस्तुत किए। उन्होंने कहा "पहले उसकी नियुक्ति कट्टिपारा स्कूल में हुई थी लेकिन जो शिक्षक पहले इस पद पर था, उसने वापस आकर इस पर दावा किया जिसके बाद यह मामला लोक शिक्षण निदेशक के सामने उठाया गया। बाद में मैनेजमेंट ने उसकी नियुक्ति सेंट जोसेफ एलपी स्कूल में कर दी लेकिन उसे सैलरी नहीं मिली क्योंकि मैनेजमेंट अनुमोदन प्राप्त करने में असफल रहा।"

परिवार ने आरोप लगाया कि उससे एक अंडरटेकिंग पर हस्ताक्षर भी कराए गए थे कि उसे स्कूल में सेवा देने के बदले वेतन और अन्य लाभ की आवश्यकता नहीं है। इन सब के बीच कैथोलिक टीचर्स गिल्ड ने एक बयान में कहा कि यह शिक्षा विभाग के अधिकारियों की लापरवाही और कुप्रबंधन था जिसके कारण नियुक्ति को मंजूरी नहीं दी गई।