नई दिल्लीः अरविंद केजरीवाल के यमुना नदी के जहरीले होने के दावे पर सियासी बवाल तेज हो गया है। इस मामले में अरविंद केजरीवाल की मुसीबतें बढ़ सकती हैं। हरियाणा सरकार ने कहा है कि वह केजरीवाल के इस बयान के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएगी। केजरीवाल ने बीते सोमवार को कहा था कि हरियाणा से दिल्ली आने वाली यमुना नदी के पानी में जहर मिलाया गया था।
हरियाणा के राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री विपुल गोयल ने एएनआई को बताया कि “दिल्ली और हरियाणा के लोगों के बीच दहशत पैदा करने और गलत सूचना फैलाने के लिए आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 2(डी) और 54 के तहत एफआईआर दर्ज करने के लिए भेजी गई है… चुनाव आयोग ने उनसे (अरविंद केजरीवाल) यह भी पूछा है कि वह किन तथ्यों के आधार पर ऐसे बयान दे रहे हैं?”
दिल्ली की जनता देगी जवाब
गोयल ने आगे कहा कि “उन्हें ऐसे गैरजिम्मेदाराना बयानों के शर्मिंदा होना चाहिए… देश के प्रधानमंत्री और कैबिनेट मंत्री भी यही पानी पीते हैं… आने वाले दिनों में दिल्ली की जनता उन्हें राजनीति से बाहर कर देगी।”
केजरीवाल ने कहा था कि दिल्ली के लोगों के लिए पानी हरियाणा और उत्तर प्रदेश से आता है। यमुना नदी से पानी हरियाणा से दिल्ली में आता है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा था कि भाजपा सरकार ने यमुना के पानी में जहर घोल दिया है।
केजरीवाल ने अपने बयान में यह भी कहा था कि दिल्ली जल बोर्ड ने इस पानी को रोकने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए थे नहीं तो दिल्ली में बड़े पैमाने पर जनहानि हो सकती थी। उन्होंने हरियाणा की भाजपा सरकार पर यह आरोप लगाया था कि पानी में ऐसा जहर मिलाया गया था जिसे जल उपचार संयंत्रों द्वारा भी सही नहीं किया जा सकता था। इसके साथ ही केजरीवाल ने यह भी आरोप लगाया था कि ऐसी राजनीति दो दुश्मन देश करते हैं। इसके लिए उन्होंने अमेरिका द्वारा जापान पर बम गिराने का उदाहरण भी दिया था।
पीएम मोदी ने केजरीवाल को घेरा
केजरीवाल के इस बयान पर कांग्रेस और भाजपा के नेता हमलावर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में चुनाव प्रचार के दौरान केजरीवाल को आड़े हाथों लिया। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, मोदी ने अपने भाषण में कहा कि “एक पूर्व मुख्यमंत्री ने हरियाणा की जनता पर दुर्भावनापूर्ण आरोप लगाए हैं। आप-दा के लोग हार के डर से हताश हो गए हैं। ”
इससे पहले कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित ने भी केजरीवाल के इस बयान के खिलाफ एफआईआर की मांग की थी।