दिल्ली में गिरफ्तार आतंकी फंडिंग मामले में वांछित कश्मीरी शॉल व्यापारी। Photograph: (IANS)
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर पुलिस की खुफिया शाखा ने दिल्ली में एक पूर्व आतंकवादी परवेज अहमद खान को गिरफ्तार किया है। उसे आतंकी वित्तपोषण और प्रतिबंधित संगठनों के साथ संबंधों के आरोप में पकड़ा गया। यह गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस और काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर (CIK) की संयुक्त कार्रवाई के तहत हुई। जांच एजेंसियों के अनुसार, यह कार्रवाई भारत में सक्रिय आतंकी नेटवर्क को कमजोर करने के प्रयासों का हिस्सा है।
आतंकी संगठनों के लिए फंडिंग का आरोप
पुलिस के मुताबिक, परवेज अहमद खान सीमा पार से आने वाले अवैध धन को आतंकी संगठनों तक पहुंचाने का काम करता था। उसे CIK द्वारा पिछले साल दर्ज आतंकी फंडिंग मामले में वांछित घोषित किया गया था। जांच से पता चला है कि यह लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) के पार से कई माध्यमों से लाया जाता था और भारत में खान जैसे कूरियर के जरिए प्रतिबंधित संगठनों तक पहुंचता था।
खुफिया एजेंसियों को संदेह है कि यह नेटवर्क लंबे समय से सक्रिय था और कई अन्य लोग भी इस गतिविधि में शामिल हो सकते हैं। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि क्या खान की गिरफ्तारी से अन्य आतंकवादी संगठनों के फंडिंग नेटवर्क का खुलासा हो सकता है।
व्यापार की आड़ में संदिग्ध गतिविधियां
दिल्ली पुलिस के अनुसार, परवेज अहमद खान ने अपनी पहचान छुपाने के लिए शॉल व्यापारी का रूप धारण किया था। उसने जांचकर्ताओं को बताया कि वह हर साल दिल्ली और चंडीगढ़ के थोक बाजारों में शॉल बेचने आता था और दो महीने रुककर वापस कश्मीर चला जाता था। लेकिन पुलिस को शक है कि व्यापार केवल उसकी संदिग्ध गतिविधियों की आड़ था।
गिरफ्तारी के समय, खान दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके के एक गेस्ट हाउस में ठहरा हुआ था, जिसका किराया ₹1,000 प्रतिदिन था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वह 12 फरवरी से दिल्ली में रह रहा था और जल्द ही कश्मीर लौटने की योजना बना रहा था। सुरक्षा एजेंसियां अब उसके संपर्कों की जांच कर रही हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसका लिंक किस आतंकी संगठन से हैं, और क्या वह किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा तो नहीं है।
गिरफ्तारी और कानूनी कार्रवाई
बुधवार रात, खुफिया जानकारी के आधार पर, दिल्ली पुलिस और काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर ने एक गुप्त अभियान चलाया और निजामुद्दीन इलाके से खान को गिरफ्तार किया। गुरुवार को उसे दिल्ली की अदालत में पेश किया गया, जहां से काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर को उसकी ट्रांजिट रिमांड मिल गई। इसके बाद उसे पुलिस सुरक्षा के साथ कश्मीर ले जाया गया, जहां शुक्रवार को उसे स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा।
सुरक्षा एजेंसियां अब इस बात की जांच कर रही हैं कि क्या खान के संपर्क में और लोग भी थे, जो आतंकी संगठनों के लिए वित्तीय सहायता जुटाने का काम कर रहे थे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह गिरफ्तारी आतंकी फंडिंग नेटवर्क को कमजोर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है।