देहरादूनः उत्तराखंड में बुधवार को हिंदू रक्षा दल द्वारा एक धमकी भरा वीडियो जारी किया गया। इस वीडियो में कश्मीरी मुसलमानों से उत्तराखंड छोड़ने की बात कही गई थी। वहीं, इस पर अब देहरादून पुलिस ने कहा है कि सुरक्षा बढ़ा दी गई है और सोशल मीडिया से 25 "भड़काऊ पोस्ट" हटा दिए गए हैं। 

सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें हिंदू रक्षा दल के नेता ललित कहते हुए दिखाई देते हैं "पहलगाम की घटना ने हमें बहुत दुखी किया है...अगर हम कल 10 बजे के बाद राज्य में कोई भी कश्मीरी मुसलमान देखते हैं तो हम उनका उचित इलाज करेंगे। कल हमारे सभी कार्यकर्ता कश्मीरी मुसलमानों के साथ ऐसा ही व्यवहार करने के लिए हमारे साथ निकलेंगे। हम सरकार की कार्रवाई का इंतजार नहीं करेंगे... कश्मीरी मुसलमान, सुबह 10 बजे तक चले जाएं नहीं तो आपको ऐसी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते।"

22 अप्रैल को हुए जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले जिसमें 26 पर्यटकों की जान चली गई। इस घटना के बाद उत्तराखंड से कश्मीरी मुसलमानों के लिए जारी किया गया यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है और छात्रों के बीच 

एयरपोर्ट के लिए रवाना हुए छात्र

इंडियन एक्सप्रेस ने दून पीजी कॉलेज के एक छात्र के हवाले से लिखा कि कम से कम पांच छात्र एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए हैं। छात्र ने दावा किया "15 छात्रों की आज परीक्षा है और हमें कॉलेज आना पड़ा। उन छात्रों को दक्षिणपंथी समूहों से धमकियां मिल रही थीं।"

वहीं, देहरादून के बीआईएफटी में बीएससी द्वितीय वर्ष के छात्र ने बताया कि वह और उसके दोस्त ने अल्टीमेटम के बाद गुरुवार शाम के लिए फ्लाइट बुक कर ली। छात्र ने आगे कहा कि "हमारे कॉलेज के प्रोफेसर ने कहा कि वे हमारी सुरक्षा के लिए चिंतित हैं, उन्होंने हमें 50 किमी दूर दूसरी जगह पर स्थानांतरित होने की सलाह दी। वे हमें चंडीगढ़ भेजने के बारे में विचार कर रहे थे लेकिन हमने कैंपस छोड़ने और दिल्ली आने के लिए गुरुवार सुबह दो बजे निकलने का निर्णय लिया। हमारे प्रोफेसर ने हमें कार और सुरक्षाकर्मी दिया।"

छात्र जो कि कुपवाड़ा जिले का रहने वाला है। उसने बताया कि वे कश्मीर में सितंबर तक रहेंगे। छात्र ने आगे बताया कि कुछ दिनों में हमारी गर्मी की छुट्टियां शुरू होने वाली हैं। उसने कहा कि बीएफआईटी में मैं कश्मीरी छात्रों और फैकल्टी के लिए चिंतित हूं। 

एसएसपी ने क्या कहा?

इस संबंध में देहरादून के एसएसपी अजय सिंह का कहना है कि पुलिस उन कॉलेजों के डीन और वार्डन के साथ संपर्क में है, जहां कश्मीरी छात्र पढ़ते हैं। उन्होंने आगे कहा "सभी को सुरक्षा का आश्वासन दिया गया है और यदि कोई कानून के विरुद्ध कुछ भी करता है तो हम सख्त कार्रवाई करेंगे।"

हालांकि उन्होंने हिंदू रक्षा दल द्वारा जारी किए गए वीडियो पर कुछ नहीं कहा। 

साल 2019 में पुलवामा हमले के बाद कुछ कश्मीरी छात्रों को दक्षिणपंथी समूहों द्वारा कथित तौर पर पीटा गया था। कुछ लोगों ने कॉलेज परिसरों में घुसने का प्रयास किया था जहां वे पढ़ते थे।