फाइल फोटो Photograph: (IANS)
बेंगलुरु: कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस के भीतर एक बार फिर मुख्यमंत्री के पद को लेकर सघर्ष बढ़ने के संकेत मिलने लगे हैं। मौजूदा मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के पद छोड़ने और बचे हुए दिनों के लिए डीके शिवकुमार को कुर्सी सौंपने की मांग अंदरखाने से तेजी से उठ रही है। डीके शिवकुमार फिलहाल उपमुख्यमंत्री हैं।
अंदरखाने मचे घमासान की खबरों के बीच वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पार्टी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला भी आज कर्नाटक कांग्रेस विधायकों से मुलाकात करने वाले हैं। सुरजेवाला तीन दिन कर्नाटक में रहते हुए सभी विधायकों और पार्टी से विधान परिषद के सदस्यों से मुलाकात करेंगे।
हालांकि, इस मुलाकात से पहले, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के करीबी माने जाने वाले एक विधायक ने कहा कि अधिकांश विधायक (करीब 100) 'परिवर्तन' चाहते हैं। शिवकुमार के करीबी विधायकों ने मांग की है कि मौजूदा मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री पद से हटने के लिए कहा जाए और शिवकुमार को शेष कार्यकाल के लिए इस पद पर नियुक्त किया जाए।
'100 विधायक शिवकुमार के समर्थन में...'
एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस विधायक इकबाल हुसैन ने कहा कि 100 विधायक शिवकुमार का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'यह सिर्फ मेरी बात नहीं है। 100 से ज्यादा विधायक बदलाव के पक्ष में हैं। उनमें से कई इस पल का इंतजार कर रहे हैं। वे सुशासन चाहते हैं और मानते हैं कि डीके शिवकुमार एक अवसर के हकदार हैं। उन्होंने पार्टी के लिए अथक काम किया है और संगठन को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई है। केपीसीसी अध्यक्ष बनने के बाद से पार्टी की किस्मत में आए बदलाव को सभी ने देखा है। उनके प्रयासों की वजह से, ज्यादा से ज्यादा लोग उनके लिए अपना समर्थन व्यक्त कर रहे हैं और उनके साथ खड़े होने के लिए तैयार हैं।'
हुसैन ने कहा कि वह कांग्रेस हाईकमान द्वारा संकटमोचक के तौर पर बेंगलुरु भेजे गए सुरजेवाला से मुलाकात के दौरान इस मुद्दे को उठाएंगे। उन्होंने कहा, 'मैं आज निश्चित तौर पर मुख्यमंत्री बदलने के मुद्दे पर सुरजेवाला से बात करूंगा। अगर अभी बदलाव नहीं हुआ तो कांग्रेस 2028 में सत्ता में नहीं रह पाएगी। पार्टी के हित में अभी इसकी जरूरत है।'
सिद्धारमैया के करीबी कर रहे अपने दावे
शिवकुमार के खेमे से बढ़ाए जा रहे दबाव के बीच सिद्धारमैया खेमे के सूत्रों को पूरा भरोसा है कि वे पांच साल तक मुख्यमंत्री बने रहेंगे। इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार मुख्यमंत्री के एक करीबी नेता ने कहा, 'वे कांग्रेस के एकमात्र पिछड़े वर्ग के मुख्यमंत्री हैं। हाईकमान ने हाल ही में पार्टी के करीब दो दर्जन शीर्ष पिछड़े वर्ग के नेताओं को शामिल करते हुए एक ओबीसी सलाहकार परिषद का गठन किया है। परिषद की पहली बैठक 15 जुलाई को बेंगलुरु में होगी। बैठक के बाद सिद्धारमैया उनके लिए डीनर का आयोजन करेंगे। हाईकमान सिद्धारमैया जैसे कद के पिछड़े वर्ग के नेता को कैसे हटा सकता है? ऐसी सभी कहानियां महज अटकलें हैं।'
बताते चलें कि कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस दो खेमों में बंटी हुई है, एक जो सिद्धारमैया को सीएम के पद पर बनाए रखना चाहता है और दूसरा जो चाहता है कि शिवकुमार यह जिम्मेदारी संभाले। शिवकुमार कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष भी हैं। शिवकुमार खेमा इस बात पर जोर देता है कि शुरुआत में ही सरकार के कार्यकाल के बीच में यानी ढाई साल पर कुर्सी दूसरे खेमे को सौंपने के लिए एक समझौता हुआ था। हालांकि मौजूदा सीएम का खेमा इसे खारिज करता है।