CCI चुनाव में राजीव प्रताप रूडी की जीत और बालियान की हार पर कपिल सिब्बल ने अमित शाह पर साधा निशाना

राजीव प्रताप रूडी ने 25 साल की एंटी-इंकम्बेंसी के बावजूद संविधान क्लब में सचिव (प्रशासन) का पद बरकरार रखा। उन्होंने अपने ही पार्टी के सांसद डॉ. संजीव बालियान को हराया, जिन्हें सिर्फ 290 वोट मिले।

कपिल सिब्बल, सुप्रीम कोर्ट, जगदीप धनखड़ का बयान,

कपिल सिब्बल। फोटोः IANS

नई दिल्ली: कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया (CCI) के चुनाव में बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी ने बड़ी जीत हासिल की है। इस जीत के बाद, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधा है। सिब्बल ने कहा कि जब चुनाव गुप्त मतदान से होता है, तो तथाकथित चाणक्य हार जाता है।

कपिल सिब्बल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर अपनी पोस्ट में कहा, "जब चुनाव गुप्त मतदान से होता है, तो तथाकथित चाणक्य बुरी तरह हारता है।" उन्होंने आगे कहा, "अगर बिहार में चुनाव निष्पक्ष हुआ तो चाणक्य वहाँ भी हारेगा।"

रूडी ने तोड़ी 25 साल की एंटी-इंकम्बेंसी

राजीव प्रताप रूडी ने 25 साल की एंटी-इंकम्बेंसी के बावजूद संविधान क्लब में सचिव (प्रशासन) का पद बरकरार रखा। उन्होंने अपने ही पार्टी के सांसद डॉ. संजीव बालियान को हराया, जिन्हें सिर्फ 290 वोट मिले। जीत के बाद रूडी ने कहा, "मैं 100 से ज्यादा वोटों से जीता हूं। अगर इसे 1000 वोटरों से गुणा किया जाए, तो संख्या एक लाख तक पहुंचती है। यह मेरी पैनल की जीत है, जिसमें कांग्रेस, सपा, टीएमसी और निर्दलीय सांसद भी थे। पिछले दो दशकों की मेहनत का फल मिला है।" बता दें कि चुनाव में रूडी को 354 प्रत्यक्ष वोट और 38 डाक मतपत्र मिले।

चुनाव से पहले भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने उम्मीद जताई थी कि सचिव पद पर बदलाव होगा और डॉ. संजीव बालियान नए सचिव बनेंगे। उन्होंने कहा था, "रूडी मेरे पुराने दोस्त हैं, लेकिन इस बार बदलाव होगा।" 

रूडी की जीते के बाद निशिकांत दुबे ने एक और ट्वीट किया और लिखा कि संसदीय क्लब के चुनाव में मैं संजीव बालियान जी के साथ था,हूँ। यह चुनाव बालियान जी के जीवन का ऐतिहासिक चुनाव है। इसने उनकी ताकत को दिखाया। कॉंग्रेस अध्यक्ष खड़गे साहब व सोनिया गांधी जी का क्लब के चुनाव में वोट देने आना उनकी जीत है।

निशिकांत ने आगे लिखा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तत्कालीन सांसद तथा दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल जी ने भी जब 2005 तथा 2010 का चुनाव रूडी जी के खिलाफ लड़ा था तो सोनिया गांधी जी या उनके मंत्रिमंडल के कोई भी सदस्य वोट देने नहीं आए थे। संसदीय क्लब की गरिमा बढ़ाने के लिए संजीव बालियान को बधाई तथा राजीव प्रताप रूडी जी को जीत की शुभकामनाएं।

विपक्ष का दिखा दबदबा

कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के चुनाव में विपक्ष का दबदबा साफ नजर आया, जहाँ इंडिया ब्लॉक के सदस्यों ने ज्यादातर पदों पर जीत हासिल की। द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के सांसद तिरुचि सिवा को सांस्कृतिक सचिव, कांग्रेस के राजीव शुक्ला को खेल सचिव, और कांग्रेस के ही जितेंदर रेड्डी को कोषाध्यक्ष चुना गया। इसके अलावा, कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा और समाजवादी पार्टी (SP) के सांसद अक्षय यादव ने भी गवर्निंग काउंसिल में जगह बनाई।

 खास बात यह है कि बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी को भी रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (RSP) के सांसद एनके प्रेमचंद्रन का समर्थन मिला था, जो खुद भी चुनाव में विजयी रहे। इस गवर्निंग काउंसिल में बीजेपी के नवीन जिंदल और प्रदीप गांधी भी शामिल हैं।

वोट डालने पहुँचे थे दिग्गज नेता

कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के चुनाव में सत्ता पक्ष और विपक्ष, दोनों के शीर्ष नेताओं ने मतदान किया था। एक तरफ केंद्रीय मंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा और पीयूष गोयल ने वोट डाला, तो दूसरी तरफ कांग्रेस के शीर्ष नेता सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे भी मतदान करते नजर आए। हालाँकि, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने पहले इन चुनावों को गैर-राजनीतिक बताते हुए कहा था कि क्लब में 'पार्टी-बाजी' के लिए कोई जगह नहीं है।

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