फोटोः एक्स (AbhishekPratapSingh)
Table of Contents
कन्नौज: उत्तर प्रदेश के कन्नौज रेलवे स्टेशन पर शनिवार को एक बड़ा हादसा हो गया। यहां निर्माणाधीन छत का लैंटर अचानक गिर गया जिसमें कम से कम 40 लोगों के दबने की आशंका जताई जा रही है। बचाव कार्य जारी है और हादसे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी संज्ञान लिया है और संबंधित अधिकारियों को बचाव कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि निर्माणाधीन छत का स्लैब गिरने से कम से कम 23 लोगों को बचा लिया गया है और करीब 25 अन्य के फंसे होने की आशंका है। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की एक टीम सहित पुलिस और बचावकर्मी मौके पर मौजूद हैं और फंसे हुए श्रमिकों को बचाने के लिए अभियान जारी है। बचाए गए लोगों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है।
कन्नौज के जिला मजिस्ट्रेट शुभ्रांत कुमार शुक्ल ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि यह घटना उस समय हुई जब निर्माणाधीन छत की शटरिंग गिर गई। घटना के बाद तुरंत ही राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया। घायल व्यक्तियों को अस्पताल भेजा गया और अब तक 23 लोगों को मलबे से बाहर निकाला जा चुका है। घटनास्थल पर 40 से अधिक लोग काम कर रहे थे।
तीन की हालत गंभीर, मेडिकल कॉलेज लखनऊ भेजा गया
घटना की सूचना पर मंत्री असीम अरुण भी मौके पर पहुंचे हैं। उन्होंने अधिकारियों को घायलों को उपचार व बचाव कार्य के लिए निर्देशित किया है। उन्होंने बताया कि जहां निर्माण कार्य चल रहा था। वहां लेंटर पड़ रहा था। शायद जाल वजनदार रहा होगा। इस कारण यह निर्माणाधीन लेंटर गिर गया।
असीम अरुण ने आगे कहा कि अभी तक 23 लोगों को बचाया गया है। 20 को हल्की फुल्की चोटें हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। तीन लोग गंभीर हैं। उन्हें मेडिकल कॉलेज लखनऊ भेजा जा रहा है। ऐसी संभावना है कुछ लोग मलबे अभी दबे हों। इस कारण पूरा मलबा हटाया जा रहा है। एसडीआरएफ की टीम भी आ रही है। उन्होंने कहा कि अभी हमारा लक्ष्य है कि सभी को इस मलबे से सुरक्षित निकाल लें। इस मामले की जांच भी होगी। सारे मानक रेलवे देखेगा। दोषियों को दंड भी मिलेगा। लेकिन पहले बचाव कार्य जरूरी है।
दो मंजिला इमारत का निर्माण कार्य चल रहा था
रेलवे स्टेशन को अमृत भारत योजना के तहत नवीनीकरण किया जा रहा है। 13 करोड़ की लागत से स्टेशन के वेटिंग एरिया का हाल बनाया जा रहा है जिसके लिए 1 साल से काम हो रहा है। यह हादसा सुबह के समय हुआ, जब छत का लैंटर डाला जा रहा था और अचानक गिर पड़ा। यह काम आशुतोष इंटरप्राइजेज के तहत ठेकेदार राम विलास राय की देखरेख में कराया जा रहा था।
हादसे के बाद अफरातफरी का माहौल बन गया और आसपास के लोग घटनास्थल की ओर दौड़े, लेकिन भारी मलबे के कारण उन्हें मदद नहीं मिल पाई। राहत और बचाव कार्य के लिए SDRF, GRP, RPF और स्थानीय पुलिस की टीमें मौके पर पहुंच गईं और राहत कार्य में जुटी हुई हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का लिया संज्ञान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर संज्ञान लिया है और जिला कलक्टर, पुलिस अधीक्षक समेत सभी प्रमुख अधिकारियों को तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने और घायलों का उचित इलाज सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की है। इसके अलावा, राज्य आपदा राहत प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीम को भी मौके पर बुलाया गया है और बचाव कार्य में मदद की जा रही है।