भाजपा सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत अपनी लोकसभा सीट मंडी के बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे के दौरान दिए गए बयान पर सोमवार को भी कायम रहीं। कंगना ने कहा कि उनके बयान विवादास्पद नहीं थे, बल्कि यह उनके बोलने का अपना तरीका है।
इंडिया टुडे टीवी से बात करते हुए कंगना रनौत ने कहा, "मैंने लोगों को हकीकत बताई कि मेरे हाथ में क्या है और क्या नहीं। एक सांसद के तौर पर हमें अपनी चिंताओं को उठाना होता है और फंड लाना होता है। मेरा एक दायरा है। मैंने लोगों को बताया कि हमारी पार्टी लोगों की सभी जरूरतों को पूरा करेगी।" उन्होंने आगे कहा, "मेरे बयान विवादास्पद नहीं हैं। यह मेरे कहने का तरीका है।"
मंडी में मौजूदगी को लेकर उठे सवाल
कंगना रनौत रविवार को मंडी पहुंची थीं। हिमाचल में बादल फटने की कई घटनाओं ने मंडी को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। उनकी गैरमौजूदगी को लेकर सवाल उठने लगे थे। इसे लेकर उनकी पार्टी के नेता और हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी थोड़ी तनातनी देखने को मिली।
रविवार को मंडी पहुंचने पर पीड़ितों के बीच दिए गए कंगना के एक बयान की खूब चर्चा रही। न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए रनौत ने कहा, "मेरे पास आपदा राहत के लिए कोई फंड नहीं है और न ही मेरे पास कोई कैबिनेट पद है। सांसदों का काम संसद तक सीमित होता है। चीजों की योजना में हम बहुत छोटे हैं। लेकिन, मैं केंद्र से आपदा फंड प्राप्त करने में मदद कर सकती हूँ।"
पीएम को पत्र और कांग्रेस पर पलटवार
कंगना ने सोमवार को कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा, "कांग्रेस ने मेरी दो लाइनें उठाईं और मेरे खिलाफ बात की। हमें यह देखने की जरूरत है कि वे फंड का उपयोग कहाँ करते हैं। मैं लोगों तक पहुँचने में देर नहीं कर रही हूँ।"
उन्होंने यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर हिमाचल प्रदेश के लिए एक विशेष पैकेज की मांग करेंगी, जहाँ बारिश से जुड़ी घटनाओं में अब तक 78 लोगों की मौत हो चुकी है।
'फेल हो चुके कांग्रेस नेता अपनी शर्मनाक स्थिति देखें'
शिमला में मीडिया से बातचीत के दौरान कंगना रनौत ने कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "जो लोग हिमाचल में बिल्कुल फेल हो चुके हैं, जिन्हें यहां की जनता गालियां दे रही है और कह रही है कि बीस साल तक अब कांग्रेस सरकार यहां नहीं आएगी, उनको मुझे ज्ञान देने की जरूरत नहीं है। उन्हें अपनी शर्मनाक स्थिति को सुधारने पर ध्यान देना चाहिए।"
कंगना ने आरोप लगाया, "लोग यहां रो रहे हैं और मुझे बता रहे हैं कि मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से आए और ऊपर से ही पोज देकर चले गए। जिन क्षेत्रों में करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है, वहां विक्रमादित्य कुछ लाख रुपए देकर मदद का दिखावा कर रहे हैं। ये लोग भ्रष्ट और ढोंगी हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "जब मुझसे पूछा जाता है कि हिमाचल का पुनर्निर्माण कब होगा, तो मैं कहती हूं कि इसके लिए जवाबदेही जरूरी है। मैं सांसद हूं, मेरे पास कोई कैबिनेट रैंक नहीं है। लोग मेरे बयान का सिर्फ एक हिस्सा निकालकर सवाल कर रहे हैं, यह छोटे-छोटे पैंतरे हैं, इनसे कुछ नहीं होने वाला।"
कंगना ने जोर दिया कि आर्मी का बचाव अभियान हो या अनाज वितरण, यह सब केंद्र सरकार ने किया है। उन्होंने दावा किया कि मदद पहुंचाने वाले ज्यादातर भाजपा के लोग थे। राज्य सरकार पूरी तरह फेल हो चुकी है, जनता भी इसे समझ चुकी है। अब 'कंगना-कंगना' का रोना रोने से कुछ नहीं होने वाला। जनता ने इनके असली चेहरे देख लिए हैं।"
मंडी जिले में अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है और 31 लापता लोगों की तलाश जारी है। बादल फटने, अचानक बाढ़ और भूस्खलन से पूरे हिमाचल प्रदेश में भारी तबाही हुई है। 150 से अधिक घर, 106 पशु शेड, 31 वाहन, 14 पुल और कई सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं। राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र के अनुसार, रविवार तक मंडी जिले में 164 मवेशियों की मौत हो गई है, लगभग 200 सड़कें बंद हैं और बिजली-पानी की 236 ट्रांसफार्मर व 278 योजनाएं बाधित हुई हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को लेकर पूछे गए सवाल पर कंगना ने कहा, "हममें किसी तरह की कोई नाराजगी नहीं है। हम सब एक पार्टी के साथी हैं और एक ही मकसद के लिए काम करते हैं। जब तक हम प्रोफेशनल रहेंगे, सब ठीक रहेगा।"
जयराम से पत्रकारों ने पूछा कि कंगना रनौत आपदा में मंडी के प्रभावित इलाकों से दूर क्यों हैं? इस सवाल के जवाब में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें नहीं मालूम कि उन्होंने ऐसा क्यों किया? जयराम ठाकुर ने कहा, "यहां हम लोग मंडी की जनता के साथ जीने-मरने के लिए हैं। जिनको इसकी चिंता नहीं है, उनके बारे में बोलना नहीं चाहता।"
कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने एक्स पर जयराम ठाकुर का वीडियो शेयर करते हुए लिखा था, "हिमाचल के मंडी में बादल फटने से बहुत नुकसान हुआ है। पत्रकार ने भाजपा नेता जयराम ठाकुर से पूछा, 'सांसद कंगना ने इसपर एक ट्वीट भी नहीं किया।' उनका जवाब, 'जिन्हें चिंता है वे बोल रहे हैं, जिसे लोगों की चिंता नहीं है, वह नहीं बोल रहे।' मतलब कंगना को लोगों की चिंता नहीं है?"