कोलकाताः कोलकाता में लॉ कॉलेज की छात्रा के साथ हुए गैंगरेप मामले को लेकर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के भीतर कलह शुरू हो गई है। टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने इस संवेदनशील मुद्दे पर पार्टी नेतृत्व से खुले तौर पर असहमति जताई है। विवाद तब और गहरा गया, जब टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए परोक्ष रूप से बनर्जी पर निशाना साधा, जिसके जवाब में कल्याण बनर्जी ने बेहद तीखी प्रतिक्रिया दी।

कल्याण बनर्जी ने महुआ के निजी जीवन को निशाना बनाते हुए कहा, “वह मुझे महिला विरोधी कहती हैं, लेकिन उन्होंने खुद 40 साल पुरानी शादी तुड़वा दी, एक महिला की शादी तोड़कर 65 साल के व्यक्ति से विवाह किया। अब बताएं, असली महिला विरोधी कौन है, मैं या वह?” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मोइत्रा अपने क्षेत्र में किसी दूसरी महिला नेता को उभरने नहीं देतीं।

महुआ मोइत्रा पर बनर्जी ने की निजी टिप्पणी

उन्होंने आगे कहा, “महुआ ने जिस महिला की शादी तुड़वाई, वह अब कहां जाएगी? वह राजनीति में राहुल गांधी के नाम पर आईं, फिर टीएमसी ज्वाइन की और तृणमूल की लहर में विधायक और फिर सांसद बनीं। अब वे अपनी ही सीट को नुकसान पहुंचा रही हैं। मुझे उनसे नारीवाद या स्त्री-द्वेष पर भाषण नहीं चाहिए।” कल्याण बनर्जी ने साफ कहा, “मैं महिलाओं से कोई द्वेष नहीं करता हूं।” 

बनर्जी का यह बयान महुआ के उस पोस्ट के जवाब में आया, जिसमें उन्होंने पार्टी के कुछ नेताओं की "गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणियों" की सार्वजनिक आलोचना न करने पर पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाए थे। 

बता दें कि रविवार को कल्याण बनर्जी ने कहा "क्या वो अपने डेढ़ महीने के हनीमून से लौटकर मुझ पर हमले करने लगी हैं? मैं सभी महिलाओं का सम्मान करता हूं, लेकिन महुआ मोइत्रा से नफरत करता हूं। मैं उस महिला से नफरत करता हूं जिसे संसद की एथिक्स कमिटी ने निष्कासित किया है।" मोइत्रा ने हाल ही में पूर्व पुरी सांसद पिनाकी मिश्रा से बर्लिन में विवाह किया था।

इससे पहले शनिवार को, कल्याण बनर्जी और टीएमसी विधायक मदन मित्रा ने इस घटना पर आपत्तिजनक बयान दिए, जिससे पार्टी की छवि पर असर पड़ा। पार्टी ने उसी रात सोशल मीडिया पर आधिकारिक रूप से खुद को इन बयानों से अलग करते हुए कहा, "कल्याण बनर्जी और मदन मित्रा द्वारा साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज की वीभत्स घटना पर की गई टिप्पणियाँ उनके व्यक्तिगत विचार हैं। पार्टी इनसे पूर्णतः असहमति जताती है और इसकी कड़ी निंदा करती है। पार्टी का महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर 'जीरो टॉलरेंस' का रुख है।"

महुआ मोइत्रा ने इस बयान को रीट्वीट करते हुए लिखा, "भारत में स्त्रीविरोधिता पार्टी की सीमाओं से परे है। लेकिन तृणमूल कांग्रेस की विशेषता यह है कि हम ऐसे घिनौने बयानों की निंदा करते हैं, चाहे वो कोई भी नेता करे।" हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया।

इस पूरे घटनाक्रम से तृणमूल कांग्रेस के भीतर गहराते मतभेद एक बार फिर सतह पर आ गए हैं, खासकर ऐसे समय में जब पार्टी को अपनी छवि और संगठनात्मक मजबूती की जरूरत है। गैंगरेप की इस घटना में तृणमूल छात्र परिषद से जुड़े तीन युवकों की गिरफ्तारी के बाद कल्याण बनर्जी ने एक बयान में कहा था कि जब कोई मित्र ही मित्र के साथ ऐसा करता है, तो सरकार ऐसे मामलों में पीड़िता को सुरक्षा की गारंटी नहीं दे सकती। उनके इस बयान की पार्टी नेतृत्व ने तत्काल निंदा की। 

महुआ मोइत्रा ने बिना नाम लिए सोशल मीडिया पर बनर्जी की टिप्पणी पर अप्रत्यक्ष हमला बोला, जिससे नाराज होकर कल्याण बनर्जी ने सार्वजनिक रूप से महुआ पर कई व्यक्तिगत आरोप लगाए।

समाचार एजेंसी आईएएनएस इनपुट के साथ