नई दिल्ली: जस्टिस बीआर गवई देश के अगले मुख्य न्यायाधीश (CJI) होंगे। वह 14 मई को सीजेआई के पद की शपथ लेंगे। मौजूदा मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने अगले सीजेआई के लिए जस्टिस गवई के नाम की सिफारिश कानून मंत्रालय को भेजी थी। बता दें कि जस्टिस खन्ना का कार्यकाल 13 मई को खत्म हो रहा है। जस्टिस गवई देश के 52 वें मुख्य न्यायाधीश होंगे। उनका कार्यकाल 6 महीने का होगा।
देश के दूसरे दलित सीजेआई होंगे बीआर गवई
बता दें कि जस्टिस केजी बालाकृष्णन के बाद वो देश के दूसरे दलित सीजेआई होंगे। जस्टिस बालाकृष्णन साल 2007 में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस बने थे। जस्टिस बीआर गवई महाराष्ट्र के अमरावती से हैं। उन्होंने 1985 में वकील के तौर पर काम शुरू किया था। तब वो महाराष्ट्र के पूर्व एडवोकेट जनरल और बाद में महाराष्ट्र हाईकोर्ट के जज रहे बैरिस्टर राजा भोंसले के साथ काम करते थे। इसके बाद जस्टिस बीआर गवई ने स्वतंत्र रूप से वकालत की। वो बॉम्बे हाईकोर्ट में साल 1987 से 1990 तक वकालत करते रहे।
कौन है बीआर गवई?
बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर बेंच में बीआर गवई ने मूल रूप से संवैधानिक और एडमिनिस्ट्रेटिव लॉ से संबंधित मामलों में वकालत की थी। उनको अगस्त 1992 में बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर बेंच में महाराष्ट्र सरकार का असिस्टेंट प्लीडर एंड असिस्टेंट पब्लिक प्रॉसिक्यूटर नियुक्त किया गया था। साल 2000 में बीआर गवई को नागपुर बेंच में प्लीडर और पब्लिक प्रॉसिक्यूटर बनाया गया। बीआर गवई साल 2003 में हाईकोर्ट के अतिरिक्त जज बने। जस्टिस गवई को साल 2005 में हाईकोर्ट में स्थायी जज बनाया गया। फिर वो 2019 में सुप्रीम कोर्ट आए और अब सीजेआई बनने जा रहे हैं।