रांचीः झारखंड के रामगढ़ जिले में सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) की कोयला खदान गिरने की दीवार गिरने से चार लोगों की मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक, यह हादसा अवैध खनन के दौरान हुआ। सीसीएल की यह खदान बंद थी।

पुलिस ने मलबे में दबे लोगों की तलाश के लिए तलाशी अभियान शुरू किया है। स्थानीय पुलिस दीवार का मलबा हटाकर लोगों की तलाश कर रही है। पुलिस ने स्थानीय लोगों के हवाले से बताया कि जब यह हादसा हुआ तब करीब एक दर्जन से अधिक लोग खदान में थे। यह खदान रामगढ़ जिले से करीब 12 किलोमीटर दूर कुजू पुलिस थाने के अंतर्गत सुगिया गांव में स्थित है। 

रामगढ़ के डीसीपी ने क्या बताया?

रामगढ़ जिले के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) फैज अक अहमद मुमताज ने घटना की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं और सीसीएल द्वारा बचाव अभियान चलाया जा रहा है। 

टाइम्स ऑफ इंडिया ने उपखंड के पुलिस अधिकारी ने परमेश्वर प्रसाद के हवाले से लिखा "एक व्यक्ति का शव बरामद कर लिया गया है जबकि तीन अन्य लोगों के शव गांव वालों द्वारा ले जाए गए हैं। शवों की पहचान की जा रही है।" 

बंद पड़ी खदान में हुई घटना

जिले में अवैध खनन के बारे में पूछे जाने पर रामगढ़ के पुलिस अधीक्षक अजय कुमार सिंह ने कहा कि यह घटना एक बंद पड़ी खदान में हुई। पीएसयू के पास अवैध गतिविधियों के लिए अपनी सुरक्षा है। उन्होंने कहा कि जानकारी मिलने पर हम उनके साथ सहयोग करते हैं। घटना की जांच की जा रही है। 

हालांकि, सीसीएल के अधिकारियों की तरफ से अभी तक कोई बयान नहीं आया है। 

झारखंड को कोयला खदानों का गढ़ कहा जाता है। यहां पर 110 से अधिक चालू खदानें हैं। इसके बाद पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश का नाम आता है। झारखंड में देश के कुल कोयले का लगभग 30 प्रतिशत से अधिक है। वहीं, कोयले से मिलने वाले राजस्व में भी झारखंड का प्रथम स्थान है।