झारखंडः एनटीपीसी की दो मालगाड़ियों की आमने-सामने टक्कर में दो ड्राइवरों की मौत, चार घायल

हादसे की जानकारी मिलते ही रेलवे और पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई और राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि टक्कर मारने वाली मालगाड़ी के इंजन वाली बोगी में सात लोग सवार थे।

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झारखंड के साहिबगंज जिले में दो मालगाड़ियां आपस में टकरा गईं। Photograph: (X(@9_brahman))

रांचीः झारखंड के साहिबगंज जिले के बरहेट में मंगलवार तड़के करीब 4 बजे दो मालगाड़ियों के बीच भीषण टक्कर हो गई। इस हादसे में दो लोको पायलटों की मौत हो गई, जबकि चार अन्य रेल कर्मी घायल हो गए। 

दुर्घटना के बाद दोनों मालगाड़ियों में आग लग गई, जिसे बुझाने के लिए दमकलकर्मी कड़ी मशक्कत कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि एक व्यक्ति अब भी ट्रेन के इंजन में फंसा है, जिसे बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है।

कैसे हुआ हादसा?

यह हादसा बरहेट में एनटीपीसी फाटक के पास हुआ, जहां एक मालगाड़ी पहले से खड़ी थी। दूसरी ओर से आ रही एक अन्य मालगाड़ी ने उसमें तेज रफ्तार से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि इंजन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और कोयले से लदी बोगियां धू-धूकर जल उठीं।

घायलों में एक लोको पायलट जितेंद्र कुमार ने बताया कि ट्रैक पर पहले से खड़ी मालगाड़ी के बारे में कोई सूचना नहीं थी, जिससे यह टक्कर हो गई। फिलहाल, रेलवे और एनटीपीसी की ओर से हादसे को लेकर आधिकारिक बयान नहीं आया है।

राहत और बचाव कार्य जारी

हादसे की जानकारी मिलते ही रेलवे और पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई और राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि टक्कर मारने वाली मालगाड़ी के इंजन वाली बोगी में सात लोग सवार थे। इनमें से दो लोगों की मौत हो गई, जबकि चार अन्य घायल हो गए।

चार घायल रेलकर्मियों को बरहेट स्थित राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। ट्रेन के क्षतिग्रस्त इंजन में अब भी एक व्यक्ति के फंसे होने की आशंका है, जिसे निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।

एनटीपीसी के ट्रैक पर हुआ हादसा

पूर्वी रेलवे के प्रवक्ता कौशिक मित्रा ने बताया कि यह ट्रैक भारतीय रेलवे के अधीन नहीं है, बल्कि एनटीपीसी द्वारा संचालित किया जाता है। यह रेल लाइन झारखंड के ललमटिया कोयला खदान से पश्चिम बंगाल के फरक्का स्थित एनटीपीसी पावर प्लांट तक कोयला ढोने के लिए उपयोग की जाती है। इस लाइन पर केवल मालगाड़ियों का ही परिचालन होता है।

पहले भी हो चुके हैं हादसे

यह रेल लाइन पहले भी कई बार हादसों का गवाह रही है। अक्टूबर 2024 में अपराधियों ने एनटीपीसी की फरक्का-ललमटिया रेलवे लाइन पर विस्फोट कर एक मालगाड़ी को पटरी से उतार दिया था। उस घटना में भी रेलवे को भारी नुकसान हुआ था। फिलहाल, इस भीषण टक्कर की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

गौरतलब है कि रविवार ओडिशा के कटक-नरगुंडी रेलवे सेक्शन में बेंगलुरु-कामाख्या एसी सुपरफास्ट एक्सप्रेस (12551) के 11 कोच पटरी से उतर गए थे। यह घटना रविवार सुबह 11:45 बजे नरगुंडी स्टेशन के पास हुई थी जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई है जबकि आठ लोग घायल हुए हैं। हादसे की वजह से कई ट्रेनें प्रभावित रहीं। वहीं प्रभावित यात्रियों को एक विशेष ट्रेन के जरिए उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया।

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