रांची: झारखंड के गिरिडीह जिले के पांच प्रवासी मजदूरों के नाइजर (पश्चिम अफ्रीका) में अगवा होने की खबर सामने आई है। ये सभी जनवरी 2024 में कल्पतरु पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड कंपनी में काम करने के लिए नाइजर गए थे और तभी से घर नहीं लौटे थे। घटना शुक्रवार दोपहर की बताई जा रही है।

अगवा हुए मजदूरों में गिरिडीह जिले के बगोदर थाना क्षेत्र के डोंडलो पंचायत के संजय महतो, फालजीत महतो, राजू महतो, चंद्रिका महतो और मुंडरो पंचायत के उत्तम महतो शामिल हैं। मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सरकार से मदद की अपील की है।

सुरक्षाकर्मियों की हत्या करने के बाद हमलावरों ने कई मजदूरों को अगवा किया

मौके पर मौजूद अन्य मजदूरों ने बताया कि शुक्रवार को कुछ स्थानीय हमलावरों ने हथियारों के बल पर शिविर पर धावा बोला और वहां तैनात 12 सुरक्षा कर्मियों की हत्या करने के बाद छह लोगों को अगवा कर लिया। इनमें पांच भारतीय मजदूर और एक स्थानीय व्यक्ति शामिल हैं।

संजय महतो की पत्नी ने बताया, "मेरे पति ने शुक्रवार सुबह 10 बजे आखिरी बार फोन किया था। इसके बाद से उनका फोन स्विच ऑफ है। वहां काम कर रहे अन्य लोगों ने हमें बताया कि उन्हें अगवा कर लिया गया है। मैं सरकार से गुहार लगाती हूं कि मेरे पति को सुरक्षित वापस लाने की व्यवस्था की जाए।"

सरकार से मदद की गुहार

फालजीत महतो के भाई दामोदर महतो ने कहा, पिछले साल जनवरी में मेरे भाई नाइजर गए थे। 25 अप्रैल को बाइक सवार बदमाश आए और उन्हें जबरन ले गए। तब से उनका मोबाइल बंद है। हम सरकार से अपील करते हैं कि उन्हें जल्द से जल्द ढूंढकर सुरक्षित वापस लाया जाए।"

प्रवासी मजदूरों के हक के लिए काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता सिकंदर अली ने जानकारी दी कि सभी मजदूर कल्पतरु पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड कंपनी में कार्यरत थे। उन्होंने केंद्र सरकार से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है ताकि मजदूरों को जल्द रिहा कराया जा सके। 

सिकंदर अली ने कहा, हम केंद्र सरकार को पत्र लिख रहे हैं ताकि समय रहते कार्रवाई हो और हमारे प्रवासी भाइयों को सुरक्षित छुड़ाया जा सके। घटना की जानकारी मिलते ही झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर से मदद की अपील की।

सोरेन ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा, "माननीय केंद्रीय विदेश मंत्री आदरणीय श्री एस जयशंकर जी से निवेदन है कि नाइजर में अगवा हुए हमारे झारखंडी प्रवासी भाइयों की मदद करें।"