हड़बड़ी में जयराम रमेश ने कर दी ये गलती! ट्रंप से बातचीत मामले में पीएम मोदी पर दिए बयान पर मांगनी पड़ी माफी, जानें मामला

विदेश सचिव विक्रम मिसरी के ट्रंप और पीएम मोदी के बीच के बातचीत की जानकारी साझा की थी। जयराम रमेश ने इसपर सवाल खड़े करते हुए बयानों में विसंगती की तरफ इशारा किया।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुए 35 मिनट के फोन कॉल को लेकर दिए बयान पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने माफी मांगी है। इस कॉल में पीएम मोदी ने पाकिस्तान के साथ संघर्षविराम और 'ऑपरेशन सिंदूर' से जुड़ी जानकारी साझा की थी। इसी मुद्दे को लेकर जयराम ने टिप्पणी की थी जिसके बाद कई भाजपा नेताओं ने उनपर निशाना साधा।

दरअसल विदेश सचिव विक्रम मिसरी के ट्रंप और पीएम मोदी के बीच के बातचीत की जानकारी साझा की थी। जयराम रमेश ने इसपर सवाल खड़े करते हुए बयानों में अंतर बताया। उन्होंने कहा कि, “जो हमें बताया गया और ट्रंप की ओर से पहले जारी बयानों में जो कहा गया, उसमें जमीन-आसमान का अंतर है।” जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि सरकार ने पिछले 37 दिनों से पहलगाम आतंकी हमले पर चुप्पी साध रखी है और विपक्ष को अंधेरे में रखा गया है।

उन्होंने कहा कि भारत की विदेश नीति को तीन मोर्चों पर बड़ा झटका लगा है-

पहला झटका: जयराम रमेश के मुताबिक, पाकिस्तान के फील्ड मार्शल आसिम मुनिर, जिनकी भड़काऊ टिप्पणियां पहलगाम आतंकी हमले से जुड़ी मानी जाती हैं, उन्हें राष्ट्रपति ट्रंप ने विशेष लंच पर आमंत्रित किया है। उन्होंने साचार एजेंसी एएनआई से कहा कि ये भारत की कूटनीति के लिए गंभीर झटका है, और इस पर सरकार की चुप्पी हैरान करने वाली है।

दूसरा झटका: कांग्रेस महासचिव ने अमेरिकी सेंट्रल कमांड के प्रमुख जनरल माइकल कुरिल्ला के उस बयान को भी मुद्दा बनाया, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान को "आतंकवाद विरोध में शानदार साझेदार" बताया। उन्होंने कहा, “हम पाकिस्तान को आतंकवाद का प्रायोजक मानते हैं, अमेरिका उसे साथी बता रहा है।”

तीसरा झटका: कांग्रेस नेता ने कहा कि 10 मई के बाद से अब तक राष्ट्रपति ट्रंप 14 बार दावा कर चुके हैं कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम कराया। “ट्रंप कह रहे हैं कि उन्होंने व्यापार का इस्तेमाल दबाव बनाने के लिए किया और दोनों देशों को साथ बिठाया। इस पर प्रधानमंत्री चुप हैं,” उन्होंने X पर पोस्ट में कहा।

जयराम रमेश ने तंज कसते हुए कहा, “यह 'Howdy Modi' को 'Namaste Trump' का तीहरा झटका है। भारतीय कूटनीति बिखर रही है और प्रधानमंत्री चुप हैं।” उन्होंने मांग की कि पीएम संसद में वही बातें कहें जो विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कॉल का ब्योरा जारी करते हुए बताईं। उन्होंने विशेष सत्र बुलाने और सर्वदलीय बैठक की भी मांग की।

कांग्रेस है फर्जी खबरों की जननीः भाजपा

जयराम रमेश के आरोपों पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी। पार्टी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स पर लिखा, "जयराम रमेश जन्मजात झूठे हैं, ठीक वैसे ही जैसे राहुल गांधी।" उन्होंने कहा, “वे जो बयान दिखा रहे हैं, वह जनवरी 2025 का पुराना अमेरिकी बयान है। अभी तक अमेरिका की ओर से इस नई कॉल पर कोई आधिकारिक रीडआउट जारी नहीं हुआ है।”

मालवीय ने रमेश पर फोन लहराकर ड्रामेबाज़ी करने और झूठ फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि “कांग्रेस को ये बर्दाश्त नहीं हो रहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप से साफ-साफ कह दिया कि भारत को किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की जरूरत नहीं है, और न ही वो उसे स्वीकार करता है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत और पाकिस्तान के बीच डि-एस्केलेशन डीजीएमओ स्तर पर पाकिस्तान के अनुरोध पर हुआ था, न कि किसी अमेरिकी दबाव पर।

भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि "कांग्रेस 'भारत विरोध' में इतनी मग्न है कि 'बीजेपी विरोध' करते-करते वह सेना का अपमान और पाकिस्तान का गुणगान करने लगती है।" एएनआई से भाजपा नेता ने कहा कि "कांग्रेस फर्जी खबरों की सबसे बड़ी फैक्ट्री बन चुकी है।" 

भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने भी कांग्रेस पर झूठ फैलाने का गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उसे पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए। पार्टी ने कहा कि कांग्रेस ने देशभर में लोगों के बीच भ्रम की स्थिति पैदा की है, जो अस्वीकार्य है।

भाजपा नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से स्पष्ट रूप से कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच किसी तीसरे देश की कोई भूमिका नहीं थी और भारत ऐसी मध्यस्थता को कभी स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को भारत ने सख्त संदेश दिया है-"गोली का जवाब अब गोले से दिया जाएगा"। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी खत्म नहीं हुआ है और भारत ने दुनिया को दिखा दिया है कि आतंकवाद किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और जयराम रमेश द्वारा ऑपरेशन सिंदूर पर सवाल उठाना निंदनीय है, खासकर जब राहुल ने पूछा कि पाकिस्तान के कितने जहाज गिराए गए। भाजपा नेता ने यह भी बताया कि ट्रंप ने क्वाड बैठक के लिए भारत का आमंत्रण स्वीकार किया है, जिससे साफ है कि मोदी के नेतृत्व में भारत ने आतंकवाद और पाकिस्तान दोनों को करारा जवाब दिया है।

भाजपा के पलटवार के बाद जयराम रमेश ने मानी गलती

जब भाजपा ने यह उजागर किया कि जयराम रमेश ने जनवरी 2025 के एक पुराने अमेरिकी बयान को नए कॉल का रीडआउट बताकर भ्रम फैलाया है, तो रमेश ने अपने ट्वीट को डिलीट कर दिया और माफी मांगी।

उन्होंने कहा, मैं नॉन बायलॉजिकल नहीं हूं। मुझसे एक गलती हुई और मैंने उसे तुरंत सुधारा है। कृप्या मेरे इस वक्तव्य का संज्ञान लें। हालांकि, उन्होंने इस बात को दोहराया कि कांग्रेस का रुख अब भी यही है कि इस विषय पर संसद में विस्तृत चर्चा और जवाबदेही जरूरी है।

 

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