जम्मू-कश्मीरः आतंकियों की मदद करने वाला आरोपित तलाशी अभियान के दौरान नदी में कूदा, मौत

जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की मदद करने वाले एक युवक को पूछताछ के लिए लाया गया था। जंगलों में आतंकी ठिकानों की तलाशी अभियान के दौरान उसने नदी में छलांग लगा दी।

jammu and kashmir man who helped terrorists jumps into river

जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की मदद करने वाले इम्तियाज ने नदी में कूदकर दी जान Photograph: (सोशल मीडिया- X Platoform)

श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों की मदद करने वाले युवक ने सुरक्षाबलों की पूछताछ के दौरान नदी में छलांग लगा दी और डूब गया। युवक पर आरोप था कि उसने कथित तौर पर आतंकियों को खाना और रहने का स्थान मुहैया कराया था। 

इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें देखा जा सकता है कि युवक जंगल क्षेत्र में तलाशी अभियान के दौरान उसने पथरीली नदी में छलांग लगा दी। युवक का नाम इम्तियाज अहमद था। 

शनिवार को पूछताछ के लिए उठाया गया था

एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि इम्तियाज अहमद को शनिवार को पूछताछ के लिए उठाया गया था। पुलिस द्वारा पूछताछ के दौरान उसने बताया था कि उसने कुलगाम के तंगमार्ग में आतंकियों को खाना और रसद मुहैया कराई थी। 

सूत्रों के मुताबिक, अभियुक्त ने जंगल में आतंकी ठिकानों के बारे में बताने के बारे में कहा था। रविवार सुबह जब तलाशी अभियान चलाया जा रहा था तो इम्तियाज ने विशा नदी में छलांग लगा दी। 

वहीं, सुरक्षा बलों ने इस घटना को लेकर फैलाई जा रही अफवाह को लेकर निंदा की है। एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि उसकी मौत के लिए सुरक्षा बलों को जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए। 

महबूबा मुफ्ती ने लगाया था आरोप

इससे पहले रविवार को पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इम्तियाज की मौत में कथित तौर पर एक साजिश का आरोप लगाया था। 

इस संबंध में महबूबा मुफ्ती ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा था "कुलगाम में नदी से एक और शव बरामद हुआ है जिससे गड़बड़ी के गंभीर आरोप लगे हैं। स्थानीय नागरिकों ने आरोप लगाया कि इम्तियाज को दो दिन पहले सेना द्वारा उठाया गया था और अब रहस्यमय तरीके से नदी से उसका शव बरामद हुआ है।"
 
हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं है जब स्थानीय निवासी को सीमा पार आतंकियों से तार जुड़े होने के चलते खाना और रसद मुहैया कराई गई थी। इससे पहले भी कई बार ऐसे आरोपों में स्थानीय निवासियों को गिरफ्तार किया गया है।

गौरतलब है कि 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी (Pahalgam Terror Attack) हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी। इस घटना की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी कर रही है। इसके साथ ही इस संबंध में सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान तेज किया है और लोगों से पूछताछ कर रही है।

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