नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के कटरा शहर और श्रीनगर शहर के बीच दो विशेष रूप से डिजाइन की गई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे। इससे दोनों स्थानों के बीच यात्रा का समय दो से तीन घंटे कम हो जाएगा। साथ ही कश्मीर घाटी के साथ सभी मौसम में रेलवे से संपर्क भी सुनिश्चित होगा।

ये ट्रेनें चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेल पुल और भारत के पहला केबल-स्टे रेल ब्रिज अंजी ब्रिज सहित खारी और संबेर के बीच लंबे टनल से होकर गुजरेगी। पूरी तरह से विद्युतीकृत ये 272 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन हिमालय की पहाड़ियों में 36 सुरंगों और 943 पुलों से होकर गुजरती है। इससे क्षेत्र में विकास, व्यापार और पर्यटन के नए रास्ते खुलेंगे। इसे उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) परियोजना के तहत तैयार किया गया है।

ऐतिहासिक दिन, 46 हजार करोड़ की परियोजनाएं

जम्मू-कश्मीर के लिए 6 जून का दिन ऐतिहासिक है। प्रधानमंत्री मोदी कई अन्य महत्वपूर्ण आधारभूत संरचनात्मक परियोजनाओं की भी सौगात जम्मू-कश्मीर को देंगे। इन परियोजनाओं की कुल लागत लगभग 46 हजार करोड़ रुपए है। 

पीएम मोदी ने इस संबंध में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में गुरुवार को लिखा, 'कल, 6 जून, मेरे जम्मू-कश्मीर के बहनों और भाइयों के लिए वाकई में एक खास दिन है। 46 हजार करोड़ रुपए की महत्वपूर्ण आधारभूत परियोजनाओं का उद्घाटन किया जा रहा है, जो लोगों के जीवन पर बहुत सकारात्मक प्रभाव डालेगा।'

पीएम मोदी ने लिखा, 'वास्तुकला की एक असाधारण उपलब्धि होने के अलावा, चिनाब रेल पुल जम्मू और श्रीनगर के बीच संपर्क में सुधार करेगा। अंजी ब्रिज चुनौतीपूर्ण इलाके में भारत का पहला केबल-स्टेड रेल पुल है।'

उन्होंने आगे लिखा, 'उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) परियोजना सभी मौसम में संपर्क सुनिश्चित करती है और श्री माता वैष्णो देवी कटरा से श्रीनगर तक वंदे भारत ट्रेनें आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देंगी तथा आजीविका के अवसर पैदा करेंगी।'

इससे पहले, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री के दौरे से पहले चिनाब ब्रिज का दौरा कर तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, 'दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल, चिनाब ब्रिज का दौरा किया, जहां कल (शुक्रवार को) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के लिए तैयारियों की समीक्षा की। कल जम्मू-कश्मीर के लिए एक ऐतिहासिक दिन होगा जब आखिरकार घाटी देश के बाकी हिस्सों से एक रेलवे लिंक के माध्यम से जुड़ेगी, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री द्वारा किया जाएगा।'

उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक (USBRL) क्या है?

यूएसबीआरएल भारत की सबसे महत्वाकांक्षी रेलवे परियोजनाओं में से एक है। हिमालय की ऊबड़-खाबड़ पहाड़ियों में 272 किलोमीटर तक फैली इस परियोजना को 43,780 करोड़ रुपये की लागत पूरा किया गया है। इसमें 119 किलोमीटर तक फैली 36 सुरंगें और घाटियों, चोटियों और पहाड़ी दर्रों को जोड़ने वाले 943 पुल शामिल हैं। 

क्षेत्र की चुनौतीपूर्ण भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए बनाया गया यह प्रोजेक्ट दूरदराज के इलाकों को राष्ट्रीय रेल नेटवर्क से जोड़ता है और आने वाले दिनों में जम्मू-कश्मीर के लिए गतिशीलता, व्यापार और पर्यटन में एक नया अध्याय जोड़ने का काम करेगा। 

इस रूट पर चलने वाली वंदे भारत भी होगी खास

इस कनेक्टिविटी के प्रभाव को बेहतर तरीके से लागू करने के लिए जम्मू और श्रीनगर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू की जा रही है। अपनी तरह की अन्य ट्रेनों के विपरीत, ये कठोर हिमालयी सर्दियों के लिए विशेष रूप से तैयार की गई हैं। इन्हें माइनस 20 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान में भी आसानी से चलने के लिए डिजाइन किया गया है। इसमें लगे गर्म विंडशील्ड, उन्नत हीटिंग सिस्टम और इंसुलेटेड शौचालय यह सुनिश्चित करते हैं कि ट्रेन पूरे साल चालू और आरामदायक सफर देती रहे।

इस मार्ग पर बर्फ हटाने वाली ट्रेन भी काम करेगी जो पटरियों को साफ करते हुए आगे बढ़ती है। इससे साल भर ट्रेन सेवाएं सुनिश्चित होती हैं। भूकंपीय अवरोध (Seismic dampers) भी लगाए गए हैं ताकि भूकंप की स्थिति में ये झटकों को अवशोषित किया जा सके, जिससे यात्रा सुरक्षित और सुगम हो सके।