नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के 6 साल पूरे होने पर देशवासियों को बधाई दी है। भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 को निरस्त किया था। एक पोस्ट में पार्टी ने लिखा, 'अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के 6 वर्ष पूरे होने पर सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई।'
अनुच्छेद-370 के समाप्ति के 6 वर्ष पूर्ण होने पर समस्त देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। pic.twitter.com/9PFCxA0CQZ
— BJP (@BJP4India) August 5, 2025
इससे पहले सोमवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उन्हें मौजूदा संसद सत्र के दौरान केंद्र शासित प्रदेश के लिए 'कुछ सकारात्मक' होने की उम्मीद है। उनकी यह टिप्पणी अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण की छठी वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग के बीच आई है।
हालांकि, अब्दुल्ला ने स्पष्ट किया कि दिल्ली में लोगों से उनकी कोई मुलाकात या बातचीत नहीं हुई है। सीएम अबदुल्ला ने लिखा, 'मैंने कल (5 अगस्त) जम्मू-कश्मीर में क्या होने की उम्मीद है, इस बारे में हर संभव बातें सुनी है, इसलिए मैं पूरी ईमानदारी से कह सकता हूँ कि कल कुछ नहीं होगा - सौभाग्य से, कुछ भी बुरा नहीं होगा, लेकिन दुर्भाग्य से, कुछ भी सकारात्मक भी नहीं होगा।'
अब्दुल्ला ने आगे लिखा, 'मैं संसद के इस मानसून सत्र में जम्मू-कश्मीर के लिए कुछ सकारात्मक होने को लेकर अभी भी आशावादी हूँ, लेकिन कल नहीं। और नहीं, मैंने दिल्ली में लोगों से कोई मुलाकात या बातचीत नहीं की है। यह बस एक आंतरिक भावना है। देखते हैं कल इस बार क्या होता है।'
वहीं, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ़्ती ने अनुच्छेद 370 को 'एकतरफा' तरीके से हटाए जाने के विरोध में कल 15 मिनट के ब्लैकआउट का आह्वान किया था।
उन्होंने एक्स पर लिखा, '4 अगस्त, 2019 को हमें चुप करा दिया गया। 5 अगस्त को हमारी आवाज, हमारे अधिकार, हमारा संविधान हमारी सहमति के बिना छीन लिया गया। जो जन्म से और हमारे होने से हमारा था, उसे रातोंरात छीन लिया गया। चेतावनी की एक फुसफुसाहट तक नहीं। न्याय का एक कण भी नहीं। आज, हम याद करते हैं। हम प्रतिरोध करते हैं।'
उन्होंने लिखा था, 'विरोध और सामूहिक शोक के प्रतीक के रूप में, मैं उन सभी से आग्रह करती हूँ जो इस घाव से आहत हैं....आज रात 9 बजे 15 मिनट के ब्लैकआउट में शामिल हों। लाइटें बंद कर दें। मौन को बोलने दें। अंधकार को दुनिया को याद दिलाने दें कि क्या खो गया और क्या अभी भी हमारे अंदर जीवित है।'
अधिकारियों ने कहा कि पुलवामा और सोपोर क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर ब्लैकआउट देखा गया। जबकि पीडीपी ने श्रीनगर और शोपियां में भी ब्लैकआउट में हिस्सा रहे कुछ लोगों के वीडियो पोस्ट किए।
पार्टी ने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट में कहा, 'महबूबा मुफ्ती के आह्वान पर श्रीनगर के पीडीपी कार्यकर्ताओं ने 15 मिनट तक लाइट बंद कर विरोध प्रदर्शन किया और 5 अगस्त 2019 के एकतरफा कदम को चुप होकर खारिज किया, जिसने जम्मू-कश्मीर की स्वायत्तता और सुरक्षा को छीन लिया था।'