जयपुर: राजस्थान के जयपुर के प्रताप नगर में टोंक रोड स्थित एक मंदिर में अज्ञात बदमाशों द्वारा वीर तेजाजी महाराज की मूर्ति को कथित तौर पर क्षतिग्रस्त किए जाने के बाद तनाव व्याप्त हो गया है। घटना के बाद, पुलिस ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए इलाके में भारी सुरक्षा बल तैनात किया है। इस दौरान सांगानेर थाना क्षेत्र में स्थित मंदिर के सामने लोगों द्वारा जाम किए गए टोंक रोड को खुलवाने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) जयपुर पूर्व, तेजस्विनी गौतम ने घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए कहा, 'घटना की सूचना मिलने के तुरंत बाद पुलिस मौके पर पहुंची। एक प्राथमिकी दर्ज की गई है, और मामले की जांच के लिए कई टीमों को तैनात किया गया है। कुछ लोगों ने पास के पेट्रोल पंप में आग लगाने का प्रयास किया, लेकिन बल प्रयोग करके उन्हें हटा दिया गया। कुछ व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है, और कानून के अनुसार कार्रवाई की जा रही है।'
#WATCH | Jaipur, Rajasthan | Deputy Commissioner of Police Tejaswini Gautam says, "Police reached the spot immediately after the information about the incident was received... FIR was registered, and multiple teams have been deployed to investigate who is responsible... Some… https://t.co/OyuDQio1XG pic.twitter.com/FNrJT6ahBF
— ANI (@ANI) March 29, 2025
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार उन्होंने कहा, 'हमें सूचना मिली कि कुछ असामाजिक तत्वों ने टोंक रोड स्थित तेजाजी मंदिर में तेजाजी की प्रतिमा को तोड़ने की कोशिश की। पुलिस मौके पर पहुंची और एफआईआर दर्ज कर ली है। जांच जारी है।'
विहिप, बजरंग दल का प्रदर्शन
बहरहाल, मूर्ति तोड़े जाने की घटना के बाद स्थानीय हिंदू समुदाय से कई लोग प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतर गए। सामने आई जानकारी के अनुसार प्रदर्शन करने वालों में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल के सदस्य भी शामिल हैं।
इस बीच राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस कृत्य की निंदा करते हुए इसे "बेहद निंदनीय" और "जनभावनाओं और आस्था पर अस्वीकार्य हमला" बताया। एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा, 'जयपुर के प्रताप नगर में वीर तेजाजी महाराज की प्रतिमा को तोड़ने की घटना बेहद निंदनीय है। इस तरह से जनभावनाओं और आस्था के साथ छेड़छाड़ अस्वीकार्य है।'
वहीं, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के प्रमुख और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक्स पर लिखा, 'मेरे संज्ञान में आया है कि जयपुर के प्रताप नगर के सेक्टर 3 में असामाजिक तत्वों ने लोक देवता वीर तेजाजी महाराज की प्रतिमा को तोड़ दिया है। मैंने जयपुर पुलिस कमिश्नर से बात की है और उनसे जल्द से जल्द दोषियों की पहचान करने और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने का आग्रह किया है।'
कौन थे वीर तेजाजी महाराज?
वीर तेजाजी महाराज राजस्थान के एक प्रसिद्ध लोक देवता और योद्धा माने जाते हैं। उन्हें मुख्य रूप से इस क्षेत्र में किसान समुदाय द्वारा पूजा जाता था। उन्हें बहादुरी, ईमानदारी और बलिदान का प्रतीक माना जाता है। 12वीं शताब्दी में नागौर जिले में जन्मे तेजाजी की मवेशियों के रक्षक के रूप में व्यापक रूप से पूजा होती है।
यह भी माना जाता है कि उनके पास सांप के काटे लोगों को ठीक करने की रहस्यमयी शक्तियाँ थीं। उनके मंदिर पूरे राजस्थान में फैले हुए हैं और उनके सम्मान में तेजाजी मेला भी आयोजित किया जाता है। बताया जाता है कि तेजाजी महाराज ने अपना पूरी जीवन किसानों, पशुपालकों और गायों की रक्षा में लगा दिया।