चंडीगढ़ः पंजाब पुलिस ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवन सिंह पंढेर समेत 200 किसानों को हिरासत में लिया है। खनौरी और शंभु बॉर्डर के प्वाइंट्स पर सुरक्षाकर्मी बढ़ रहे थे। इसी बीच किसानों और सुरक्षाकर्मियों के बीच झड़प हो गई। बीते साल फरवरी से किसान यहां पर धरना दे रहे हैं।
जहां डल्लेवाल और पंढेर को मोहाली से हिरासत में लिया गया तो वहीं खनौरी बॉर्डर पर 200 किसानों को गिरफ्तार किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शंभू बॉर्डर पर करीब 300 किसानों को गिरफ्तार किया जाएगा।
आसपास के इलाकों में इंटरनेट सेवाएं बंद
टकराव की स्थिति के बीच खनौरी बॉर्डर और आसपास के इलाकों में इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है। संगरूर और पटियाला जिलों में इंटरनेट बंद किया गया है। खनौरी बॉर्डर पर ऐहतियादी कार्रवाई के बीच पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।
मोहाली में, किसान खनौरी और शंभू बॉर्डर की ओर मार्च कर रहे थे। इससे पहले किसान नेताओं ने केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल से चंडीगढ़ में बातचीत की थी। पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोकने के लिए बैरिकेड्स लगाए थे और इस बीच किसानों की पुलिसकर्मियों से झड़प हो गई।
डल्लेवाल और पंढेर के अलावा अन्य किसान नेताओं की भी गिरफ्तारी हुई है। इनमें अभिमन्यु कोहार और काका सिंह कोटडा को भी मोहाली में पुलिस के साथ हुई झड़प के बाद हिरासत में लिया गया।
डल्लेवाल ने 54 दिनों तक अनशन किया था। इसके बाद जनवरी में उन्होंने चिकित्सकीय सहायता लेने पर सहमति जताई थी कि जब तक सरकार 24 फसलों के लिए एमएसपी की कानूनी गारंटी पर सहमत नहीं हो जाती है।
क्या हैं किसानों की मांगे?
आंदोलनरत किसान खनौरी और शंभू बॉर्डर पर बीते साल 13 फरवरी से डेरा डाले हुए हैं क्योंकि सुरक्षा बलों ने उन्हें फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी सहित मांगों को लेकर दिल्ली तक मार्च करने की अनुमति नहीं दी थी।
किसान कानूनी एमएसपी की गारंटी के अलावा किसान कर्ज माफी, किसानों और खेत मजदूरों के लिए पेंशन, बिजली दरों में बढ़ोतरी नहीं करने, किसानों के खिलाफ दर्ज पुलिस मामले वापस लेने, उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी हिंसा 2021 में किसानों को न्याय दिलाने, भूमि अधिग्रहण कानून 2013 को बहाल करने जैसी मांगे शामिल हैं।
पुलिस ने शंभू सीमा पर किसानों द्वारा बनाए गए अस्थायी मंच से पंखे भी हटा दिए जहां वे विभिन्न मांगों को लेकर धरने पर बैठे थे।
इससे पहले आज सुबह चंडीगढ़ में किसान नेताओं की केंद्रीय प्रतिनिधमंडल के साथ बैठक हुई थी। हालांकि, यह बैठक बेनतीजा रही। बैठक में शामिल कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि चर्चा जारी रहेगी और अगली बैठक चार मई को होगी।
बैठक में शिवराज सिंह के अलावा उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रहलाद जोशी, वाणिज्य और औद्योगिक मंत्री पीयूष गोयल भी बैठक में शामिल थे।