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स्कूलों को 30 दिन के भीतर अभिभावकों को पैसा लौटान के निर्देश
51 लोगों पर दर्ज हुई एफआईआर
नियमों को ताक पर रखकर स्कूलों ने फीस वृद्धि में की मनमानी
स्कूलों ने पाठ्यक्रम में फर्जी आईएसबीएन नंबर वाली किताबें जोड़ीं
स्कूलों पर यह भी आरोप है कि वह हर साल बिना किसी विशेषज्ञ समिति की मंजूरी के पाठ्यक्रम में बदलाव किया करते थे। पाठ्यक्रम में नकली और फर्जी आईएसबीएन किताबें जोड़ी गईं। पाठ्यक्रम में 60 प्रतिशत से 100 प्रतिशत बदलाव किए गए। और इसमें स्कूल संचालक से लेकर प्रकाशक और विक्रेताओं तक की मिलीभगत होती थी। अभिभावकों का कहना था कि ये किताबें बाजार में दुकानों पर नहीं मिलती थी बल्कि इसे निर्धारित दुकानों से खरीदना पड़ता था, जिनकी एमआरपी अक्सर दोगुनी होती थी।'
इन स्कूलों पर हुई है कार्रवाई
इस धोखाधड़ी में कई स्कूलों का नाम आया है। जिनमें क्राइस्ट चर्च वॉयेज स्कूल, ज्ञान गंगा स्कूल, स्टेम फील्ड इंटरनेशनल स्कूल, लिटिल वर्ल्ड स्कूल, चैतन्य स्कूल, सेंट अलॉयसियस स्कूल ( सालिवारा), सेंट अलॉयसियस (घमापुर), सेंट अलॉयसियस ( सदर), सेंट अलायसियस (पोलीपाथर), क्राइस्ट चर्च (घमापुर), क्राइस चर्च डायसेशन शामिल हैं।