ईरान के बंदरगाह पर भीषण विस्फोट Photograph: (सोशल मीडिया- एक्स )
तेहरानः ईरान के बंदर अब्बास शहर में शाहिद रजाई बंदरगाह पर भीषण विस्फोट होने से 400 लोग घायल हो गए। भीषण आग पर काबू पाने के चलते बंदगराह की सभी गतिविधियों पर रोक लगाई गई है। ईरान की अर्धसरकारी न्यूज एजेंसी तस्नीम ने इस संबंध में कहा कि यहां पर बड़ी संख्या में मजदूर मौजूद थे। ऐसे में बहुत से लोग या तो जख्मी हो सकते हैं या मारे जा सकते हैं।
स्थानीय संकट प्रबंधन अधिकारी ने राज्य टीवी को बताया "इस घटना का कारण शाहिद रजाई बंदरगाह क्षेत्र में संग्रहीत कई कंटेनरों में विस्फोट था। हम वर्तमान में घायलों को निकाल रहे हैं और उन्हें चिकित्सा केंद्रों में स्थानांतरित कर रहे हैं।"
इस भीषण विस्फोट के कारण कई किलोमीटर दूर तक खिड़कियां टूट गईं। इसके वीडियो सोशल मीडिया पर देखे जा सकते हैं जिसमें मशरूम जैसा बादल बनते दिखाया गया है।
साल 2020 में इस बंदरगाह पर साइबर अटैक हुआ था। इस बारे में वाशिंगटन पोस्ट ने लिका था कि इस हमले के पीछे संभवतः इजराइल का हाथ था।
अमेरिका-ईरान के बीच जारी तनाव
ईरान के बंदरगाह पर विस्फोट उस वक्त हुआ जब अमेरिका और ईरान के बीच परमाणु समझौते को बातचीत जारी है। दोनों देशों के बीच तीसरे दौर की परमाणु वार्ता ओमान में हो रही है। हालांकि, इस घटना का स्पष्ट कारण अभी पता नहीं चल सका है।
ओमान में हो रही परमाणु वार्ता का नेतृत्व अमेरिका के विशेष राजदूत स्टीव विटकॉफ और ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची कर रहे हैं। इसके साथ ही दोनों पक्षों के विशेषज्ञों के बीच तकनीकी स्तर पर बैठकें जारी हैं।
इस बैठक का लक्ष्य एक नए समझौते पर पहुंचना है जो ईरान को परमाणु हथियार विकसित करने से रोकेगा। इस समझौते के बाद ईरान को कठोर प्रतिबंधों से राहत मिलने की संभावना है। हालांकि ईरान इस बात से इंकार करता रहा है कि उसके द्वारा परमाणु हथियार बनाने पर काम किया जा रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान बहुपक्षीय परमाणु समझौते के दौरान बाहर निकल गए थे। अभी हाल ही में ट्रंप ने ईरान को परमाणु बातचीत के लिए धमकी भी दी थी कि यदि ईरान परमाणु समझौते पर राजी नहीं होता है तो बमबारी की जाएगी।