2024 में शेंगेन वीजा (Schengen Visa) के लिए भारतीय आवेदकों को भारी झटका लगा है। यूरोपीय आयोग के आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष भारत से किए गए शेंगेन वीजा आवेदनों में से लगभग 1.65 लाख आवेदन खारिज कर दिए गए, जिससे भारतीयों को 136 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ।

यह राशि वीजा फीस की है जो वापस नहीं मिलती। भारत, अल्जीरिया और तुर्किये के बाद तीसरे स्थान पर है, जहां वीजा अस्वीकृति से सबसे अधिक आर्थिक नुकसान हुआ है। वहीं, 2023 में शेंगेन वीजा के लिए आवेदन के अस्वीकार होने के कारण भारतीयों को लगभग 109 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।

15% की अस्वीकृति दर

कॉनडे नास्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत से 2024 में कुल 11.08 लाख शेंगेन वीजा आवेदन किए गए, जिनमें से 5.91 लाख को स्वीकृति मिली जबकि 1.65 लाख अस्वीकृत कर दिए गए। जबकि 2023 में भारतीयों द्वारा कुल 966,687 वीजा आवेदन दाखिल किए थे, जिनमें से 151,752 अस्वीकृत हो गए थे।

शेंगेन वीजा की कुल अस्वीकृतियों की संख्या 2024 में 17 लाख से अधिक रही, जिससे असफल आवेदकों से €145 मिलियन (1,410 करोड़ रुपये) का राजस्व प्राप्त हुआ। अकेले भारतीयों की हिस्सेदारी इसमें €14 मिलियन (136.6 करोड़ रुपये) रही।

किन देशों ने सबसे अधिक वीजा अस्वीकृत किए?

सबसे अधिक शेंगेन वीजा अस्वीकृत करने वाले देशों में फ्रांस सबसे ऊपर रहा, जिसने 31,314 आवेदनों को खारिज किया। इसके बाद स्विट्जरलैंड ने 26,126, जर्मनी ने 15,806, स्पेन ने 15,150, और नीदरलैंड ने 14,569 वीजा आवेदन अस्वीकृत किए।

12 वर्ष या उससे अधिक आयु के भारतीय आवेदकों के लिए शेंगेन वीजा शुल्क को €80 ( करीब 7741 रुपये) से बढ़ाकर €90 ( लगभग 8709 रुपये ) कर दिया गया है। हालांकि 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों, छात्रों, गैर-लाभकारी संगठनों के प्रतिनिधियों और कुछ विशेष श्रेणियों को इस बढ़ी हुई फीस से छूट दी गई है।

इतनी बड़ी संख्या में वीजा अस्वीकृति और इससे जुड़ा वित्तीय नुकसान भारत और यूरोपीय देशों के बीच पर्यटन, व्यवसाय और शैक्षिक अवसरों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है। यात्रा एजेंसियों और यात्रियों के बीच इसे लेकर चिंता बढ़ी है और विशेषज्ञों का मानना है कि इस स्थिति से निपटने के लिए आवेदन प्रक्रिया में पारदर्शिता और कुशलता बढ़ाने की आवश्यकता है।

क्या है शेंगेन वीजा?

शेंगन वीजा एक ऐसा वीजा है जो आपको 29 यूरोपीय देशों के शेंगन क्षेत्र में प्रवेश करने और 90 दिनों तक वहां रहने की अनुमति देता है। यह वीजा पर्यटन, परिवार और दोस्तों से मिलने और चिकित्सा उपचार जैसे विभिन्न उद्देश्यों के लिए उपलब्ध होता है।

शेंगेन क्षेत्र में- ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, बुल्गारिया (मार्च 2024 में प्रवेश), क्रोएशिया, चेक रिपब्लिक, डेनमार्क , एस्तोनिया, फिनलैंड , फ्रांस, जर्मनी, यूनान, हंगरी , आइसलैंड (2001), इटली, लातविया, लिकटेंस्टीन, लिथुआनिया, लक्समबर्ग, माल्टा, नीदरलैंड, नॉर्वे (2001), पोलैंड, पुर्तगाल, रोमानिया (मार्च 2024 में प्रवेश), स्लोवाकिया, स्लोवेनिया, स्पेन, स्वीडन, स्विट्जरलैंड जैसे देश शामिल हैं।