नई दिल्लीः भारतीय गृह मंत्रालय ने गाजा के संबंध में एक बयान जारी किया। इसमें गाजा में बंद सभी बंधकों की रिहाई का आग्रह किया गया। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने गाजा के लोगों को मानवीय सहायता जारी रखने की वकालत की।
जायसवाल ने एक्स पर पोस्ट में लिखा "हम गाजा की स्थिति को लेकर चिंतित हैं। यह जरूरी है कि सभी बंधक रिहा किए जाएं। हम गाजा के लोगों को मानवीय सहायता की निरंतर आपूर्ति का भी आह्वान करते हैं।"
Our statement on the situation in Gaza⬇️
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) March 19, 2025
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गाजा पट्टी में इजराइल का हमला
गौरतलब है कि 18 मार्च को इजराइली रक्षा बलों यानी आईडीएफ ने घोषणा की कि उन्होंने गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों पर व्यापक हमले किए हैं।
आईडीएफ ने कहा "राजनीतिक समीकरण के अनुसार, आईडीएफ और आईएसए वर्तमान में गाजा पट्टी में हमास आतंकवादी संगठन से संबंधित आतंकवादी ठिकानों पर व्यापक हमले कर रहे हैं।"
इजराइल के प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से एक्स पर पोस्ट की एक सीरीज जारी की गई जिसमें बताया गया कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज के निर्देशों के आधार पर निर्णय लिया गया।
इसमें यह भी कहा गया कि यह निर्णय हमास के लगातार बंधकों की रिहाई को मना करने और अमेरिकी राष्ट्रपति के दूत स्टीव विटकॉफ और अन्य मध्यस्थों के प्रस्तावों को खारिज करने के बाद लिया गया है।
सैन्य ताकत बढ़ाकर करेगा कार्रवाई
प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक्स पर लिखा "इजराइल अब से हमास के खिलाफ सैन्य ताकत बढ़ाकर कार्रवाई करेगा।" आईडीएफ ने बताया कि मंगलवार रात में गाजा में हमास के सैन्य स्थान पर हमला किया। इजराइल ने दावा किया कि यहां इजराइल पर मिसाइल दागने की तैयारी चल रही थी।
इसके साथ ही आईडीएफ ने कहा कि इजराइली नौसेना ने गाजा तट पर कई जहाजों को निशाना बनाया और दावा किया कि उनका उपयोग हमास द्वारा आतंकी गतिविधियों में किया जाना था।
अलजजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, इजराइल द्वारा गाजा पर देर रात किए गए हमले में कम से कम 14 लोग मारे गए। अलजीरा की बुधवार को रिपोर्ट के मुताबिक, इस हमले में 400 से अधिक लोगों की जान गई और सैकड़ों लोग घायल हो गए।