वाशिंगटनः भारतीय महिला उद्यमी श्रुति चतुर्वेदी को अमेरिकी एयरपोर्ट पर आठ घंटे की हिरासत में रखा गया और पुरुष अधिकारी द्वारा उनकी तलाशी ली गई। श्रुति ने बताया कि उनकी शारीरिक तलाशी ली गई क्योंकि सुरक्षा अधिकारियों को उनके सामान में पाया गया पावर बैंक संदिग्ध लगा था। 

श्रुति चतुर्वेदी ने इस संबंध में एक्स पर एक पोस्ट भी शेयर किया। इस पोस्ट में उन्होंने लिखा कि अलास्का के एंकोरेज एयरपोर्ट पर उन्होंने सबसे बुरा अनुभव हुआ, जब उनके गर्म कपड़े उतरवाए गए, ठंडे कमरे में बैठाया गया एफबीआई और पुलिस द्वारा पूछताछ की गई और उन्हें फोन करने से भी मना किया गया। उन्होंने लिखा कि उनके हैंडबैग में रखे पावर बैंक के चलते यह हुआ। श्रुति ने एक्स पोस्ट पर यह भी लिखा उन्हें वाशरूम भी नहीं जाने दिया गया। इसके अलावा उनका फोन और वैलेट भी ले लिया गया था। 

कौन हैं श्रुति चतुर्वेदी? 

श्रुति चतुर्वेदी इंडिया एक्शन प्रोजेक्ट और चायपानी की संस्थापक हैं। श्रुति ने उनके साथ हुई इस घटना के विषय में सोशल मीडिया पर गुस्सा साझा किया। इसके साथ ही उन्होंने लिखा "मुझे कल्पना करने की जरूरत नहीं, सबसे बुरे सात घंटे पहले ही बीत चुके हैं। और हम सभी जानते हैं क्यों?"

एक्स पर यह पोस्ट लिखते हुए उन्होंने भारतीय विदेश मंत्रालय और विदेश मंत्री एस जयशंकर को भी टैग किया। श्रुति चतुर्वेदी का यह मामला इस बात पर प्रकाश डालता है कि राष्ट्रपति ट्रंप के प्रशासन और नीतिगत परिवर्तनों के तहत अमेरिकी आव्रजन नीतियां लगातार कठोर होती गई हैं।

हिंदुस्तान टाइम्स की एक खबर के मुताबिक, ऐसी घटनाओं ने अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों के बीच आशंका को बढ़ावा दिया है। इसके साथ ही ऐसी खबरें आ रही हैं कि पर्यटकों और वीजा धारकों को लंबे समय तक रोककर रखा जा रहा है। इस वजह से जर्मनी और कनाडा जैसे देश अमेरिका के लिए अपनी यात्रा नीति में बदलाव कर रहे हैं।