नई दिल्लीः भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बने हुए हैं। पाकिस्तान के लगातार हमले के बाद जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान की सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दिए गए हैं। भारत द्वारा 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने सीमा पर जवाबी हमलों की कोशिशें तेज कर दी हैं।

पाकिस्तानी सेना द्वारा 8 और 9 मई की मध्य रात्रि को भारतीय इलाकों को लक्ष्य बनाकर कई ड्रोन और मिसाइल हमले किए गए, जिन्हें भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने S-400 और आकाश मिसाइल डिफेंस सिस्टम की मदद से हवा में ही निष्क्रिय कर दिया। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान के 50 से अधिक ड्रोन सीमा पर गिराए जा चुके हैं।

उरी और जैसलमेर में सीमावर्ती गांव खाली, श्रीनगर भेजे जा रहे नागरिक

जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में हालात बेहद तनावपूर्ण हैं। लगमा गांव पर पाकिस्तान की ओर से की गई मोर्टार गोलाबारी में एक दुकान जलकर खाक हो गई। हाल ही में एक महिला की मौत और एक अन्य व्यक्ति के घायल होने की भी पुष्टि हुई है।

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उरी के सभी सीमावर्ती गांवों को खाली कराया जा रहा है और नागरिकों को बसों में भरकर श्रीनगर भेजा जा रहा है।

इसी तरह राजस्थान के जैसलमेर में भी 20 किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांव खाली करवाए जा रहे हैं। जैसलमेर में पाकिस्तान बॉर्डर से लगा 500 किमी लंबा क्षेत्र और एक महत्वपूर्ण मिलिट्री स्टेशन मौजूद है, जिसे लेकर सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं।

सांबा सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश नाकाम, 7 आतंकी ढेर

जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ (BSF) ने एक बड़ी कार्रवाई में 7 आतंकवादियों को मार गिराया। इन आतंकियों ने पाकिस्तानी रेंजर्स की मदद से भारी हथियारों के साथ भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश की थी। बीएसएफ सूत्रों के अनुसार, ऑपरेशन अभी भी जारी है और पूरे इलाके को घेरकर तलाशी ली जा रही है।

गुरुवार रात पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के कम से कम 11 स्थानों पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए गए। पाकिस्तानी सुसाइड ड्रोन्स ने जम्मू एयरपोर्ट और पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन को भी निशाना बनाया, लेकिन भारत ने इन्हें नाकाम कर दिया।

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, पठानकोट में एक पाकिस्तानी फाइटर जेट गिराने की भी खबर है, हालांकि सरकारी पुष्टि अभी नहीं हुई है। चंडीगढ़ और अंबाला में हवाई हमलों की चेतावनी जारी की गई है। चंडीगढ़ में वेस्टर्न कमांड, और अंबाला में एयरफोर्स स्टेशन स्थित हैं, जिन्हें संभावित टारगेट माना जा रहा है।

रक्षा मंत्री ने सेना प्रमुखों के साथ की बैठक

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को रक्षा मंत्रालय में एक बेहद महत्वपूर्ण मीटिंग की। इस बैठक में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल (सीडीएस) अनिल चौहान, तीनों सेनाओं के प्रमुख यानी वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह, थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी व नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी मौजूद रहे। बैठक में रक्षा सचिव आरके सिंह भी मौजूद रहे।  

इस बैठक में आतंकवादियों के खिलाफ शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर और उसके बाद की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की गई। बैठक में पाकिस्तान के कारण सीमावर्ती इलाकों में उत्पन्न हुई पूरी स्थिति की समीक्षा की गई। माना जा रहा है कि इस बैठक में आगे की रणनीति और सैन्य तैयारियों पर भी चर्चा हुई।

विदेश मंत्री का सख्त संदेश

इस बीच, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोशल मीडिया पर स्पष्ट किया कि भारत आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर कायम है। उन्होंने कहा, "दुनिया को आतंकवाद के खिलाफ स्पष्ट और कठोर रुख अपनाना होगा। अब चुप्पी का समय नहीं है।"