नई दिल्लीः राफेल बनाने वाली फ्रांस की कंपनी दसॉ एविएशन के सीईओ एरिक ट्रैपियर ने पाकिस्तान के उस दावे को खारिज कर दिया है जिसमें पाकिस्तान ने कहा था कि बीते महीने हुए संघर्ष के दौरान भारत ने राफेल खो दिया था। एरिक ट्रैपियर ने कहा कि पाकिस्तान ने जो कहा है जो "गलत" है। फ्रांसीसी पत्रिका चैलेंजेस से बात करते हुए ट्रैपियर ने पाकिस्तान के दावे का पूरी तरह से खंडन किया जिसमें कहा गया था कि भारत और पाकिस्तान के बीच 7-10 मई के बीच हुए संघर्ष में पाकिस्तानी सेना ने तीन राफेल विमान गिरा दिए थे। 

गौरतलब है कि भारत ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में 'ऑपरेशन सिंदूर' लांच किया था। इसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था। भारत द्वारा की गई कार्रवाई के जवाब में पाकिस्तान ने सीमापार ड्रोन और मिसाइलों से हमले का प्रयास किया था जिसका जवाब भारतीय सेना द्वारा तत्परता से दिया गया था। 

10 मई को हुआ था युद्धविराम समझौता

यह टकराव तीन दिनों तक चला था और 10 मई को दोनों देशों के बीच युद्धविराम समझौता हुआ था। वहीं, ट्रैपियर से जब रिपोर्टों का हवाला देते हुए पूछा गया कि क्या भारत ने एक राफेल गंवाया था तो इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि "भारतीयों ने संवाद नहीं किया है, इसलिए हमें ठीक से नहीं पता कि क्या हुआ। हम पहले से ही जानते हैं कि पाकिस्तानी जो कह रहे हैं वह गलत है।"

वहीं, हवाई युद्धों के परिणामों के परिप्रेक्ष्य में इस बात पर बल दिया कि किसी सैन्य मिशन की सफलता का आकलन केवल क्षति की अनुपस्थिति के आधार पर नहीं होता। 

मिशन को देते हैं अंजाम

ट्रैपियर ने कहा "जब आप लड़ाकू विमान उड़ाते हैं तो आप एक मिशन को अंजाम दे रहे होते हैं। मिशन की सफलता शून्य नुकसान नहीं है बल्कि इसका उद्देश्य पूरा होना है।"

उन्होंने आगे कहा "हम देखेंगे कि क्या कोई नुकसान हुआ और क्या युद्ध के उद्देश्य पूरे हुए। जब ​​सच्चाई सामने आएगी तो कुछ लोग हैरान हो सकते हैं।"

ट्रैपियर से जब पूछा गया कि क्या राफेल अब भी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ लड़ाकू विमानों में से एक है तो इसके जवाब में उन्होंने कहा "मुझे लगता है कि राफेल वास्तव में दुनिया का सबसे अच्छा विमान है, एफ-35 से बेहतर है और बाजार में मौजूद सभी चीनी विमानों से कहीं बेहतर है।"

पाकिस्तान के दावों को भारत ने किया खारिज

पाकिस्तान की तरफ से पहले यह दावा किया गया था कि 7-10 मई के बीच हुए सैन्य संघर्ष ने उसने भारत के छह विमानों को गिराया था। हालांकि, भारत की तरफ से नुकसान के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। 

वायु संचालन महानिदेशक एयर मार्शल एके भारती ने 11 मई को प्रेस ब्रीफिंग का जवाब देते हुए कहा "हम युद्ध की स्थिति में हैं; हारना युद्ध का ही एक हिस्सा है।" भारती ने कहा, "आपको यह सवाल पूछना चाहिए कि क्या हमने आतंकवादी शिविरों को नष्ट करने का अपना उद्देश्य हासिल कर लिया है। इसका उत्तर स्पष्ट रूप से हां है।"

वहीं, सिंगारपुर में शांगरी लॉ डायलाग में सीडीएस अनिल चौहान ने भी ऐसी ही बातें कही। हालांकि, इस दौरान उन्होंने यह कहा था कि सैन्य संघर्ष की शुरुआत में हमारे विमान गिरे थे लेकिन राफेल के बारे में कोई जानकारी नहीं दी।