भारत ने अपनी शर्तों पर किया सीजफायर, पाकिस्तान की ओर से पहल...पर सिंधु जल संधि स्थगित रहेगी

सूत्रों के हवाले से आई जानकारी के अनुसार सीजफायर को लेकर कोई पूर्व या बाद की शर्त भारत के लिए नहीं रखी गई है। पाकिस्तान की ओर से इसकी पहल की गई थी।

India Pakistan war

Photograph: (AI Image/Grok)

नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर को लेकर सूत्रों के हवाले से कई बड़ी जानकारियां सामने आई हैं। सीजफायर को लेकर कोई शर्त लागू नहीं की गई है। भारत की जवाबी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान अपनी और विदेशी मीडिया के सामने जरूर गीदड़भभकी पिछले तीन दिनों से दे रहा था लेकिन युद्धविराम का भी कॉल उसी की ओर से आया। अमेरिका के बीच-बचाव करने के बाद भारत भी इसके लिए राजी हुआ। इन सबके बीच ये भी बात सामने आई है कि भारत सिंधु जल संधि स्थगित रखेगा।

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार सीजफायर को लेकर कोई पूर्व या बाद की शर्त भारत के लिए नहीं रखी गई है। युद्धविराम को लेकर हलचल उस समय शुरू हुई जब शनिवार शाम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट पर दावा किया कि भारत और पाकिस्तान इसके लिए तैयार हो गए हैं और इसे तत्काल लागू किया जा रहा है। इसके बाद पाकिस्तान और फिर भारत की ओर से भी बयान जारी किए गए।

भारत ने अपनी शर्तों पर किया सीजफायर

ट्रंप के सोशल मीडिया पोस्ट के कुछ देर बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने शनिवार शाम को कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर हो गया है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि दोनों देशों के बीच शाम पांच बजे से युद्धविराम लागू हो गया है।

समाचार एजेंसी IANS के अनुसार विक्रम मिस्री ने कहा कि पाकिस्तान के डीजीएमओ ने शनिवार दोपहर में फोन पर बात की थी। उन्होंने कहा कि भारत ने अपनी शर्तों पर सीजफायर किया है और 12 मई को दोनों देशों के डीजीएमओ फिर से बात करेंगे।

इसके साथ ही विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर कहा कि भारत और पाकिस्तान ने आज गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनाई है। उन्होंने कहा कि भारत ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ लगातार दृढ़ और अडिग रुख अपनाया है और ऐसा करना जारी रखेगा।

इससे पहले भारत सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ जारी लड़ाई को लेकर बड़ा फैसला लिया। सरकार ने सख्त संदेश देते हुए कहा कि भविष्य में कोई भी आतंकी घटना भारत के खिलाफ युद्ध की कार्रवाई मानी जाएगी।

भारत सरकार के शीर्ष सूत्र के मुताबिक, भारत ने निर्णय लिया है कि भविष्य में किसी भी आतंकी कार्रवाई को भारत के खिलाफ युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा और उसी के अंदाज में जवाब भी दिया जाएगा।

पहलगाम आतंकी हमले के बाद शुरू हुआ था तनाव

पिछले महीने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाकर 7 मई को तड़के पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था।

इसके बाद पाकिस्तान ने लगातार भारतीय सैन्य ठिकानों और आबादी वाले इलाके में ड्रोन तथा मिसाइलों से हमले किए, जिनमें ज्यादातर को भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया। दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बाद अमेरिका को मध्यस्थता के लिए बीच में आना पड़ा।

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