नई दिल्ली: चीन में श्वसन संक्रमण के प्रकोप, विशेष रूप से ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी), ने वैश्विक स्तर पर चिंता बढ़ा दी है। इस वायरस के कारण बुखार, खांसी, नाक बंद होना और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं, और चीन में इसके मामलों में उछाल देखने को मिला है।
इससे पहले कोरोना महामारी के समय जैसी स्थिति की यादें ताजा हो गई हैं, जिससे दुनिया भर में सतर्कता बढ़ी है। भारत, जो COVID-19 महामारी के दौरान कई चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना कर चुका है, अब एचएमपीवी के प्रकोप पर भी बारीकी से नजर रखे हुए है।
स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (डीजीएचएस) के अधिकारियों ने इस बात का आश्वासन दिया है कि भारत में श्वसन संबंधी प्रकोपों में कोई महत्वपूर्ण वृद्धि नहीं हुई है। उन्होंने दिसंबर 2024 के आंकड़ों का विश्लेषण किया और यह पाया कि पिछले साल की तुलना में मामलों में कोई उल्लेखनीय बदलाव नहीं आया है।
भारत के अस्पताल मौसमी श्वसन संक्रमणों से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। इसके अलावा, स्वास्थ्य अधिकारियों ने एचएमपीवी के खिलाफ सामान्य सावधानियों का पालन करने की सलाह दी है, जैसे कि हाथों को नियमित रूप से धोना, बीमार व्यक्तियों से दूर रहना, और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना।
एचएमपीवी को लेकर तेलंगाना सरकार ने जारी की दिशा निर्देश
तेलंगाना राज्य सरकार ने भी इस स्थिति को लेकर दिशा निर्देश की है। सरकार ने नागरिकों को “क्या करें और क्या न करें” की एक सूची जारी की है। इसमें सावधानी बरतने के साथ-साथ कुछ सामान्य उपायों की सलाह दी गई है।
राज्य सरकार ने कहा कि तेलंगाना में एचएमपीवी के कोई मामले सामने नहीं आए हैं, लेकिन सतर्कता बनाए रखना जरूरी है। सरकार ने नागरिकों से आग्रह किया है कि खांसते और छींकते समय मुंह और नाक को रूमाल या टिशू पेपर से ढकें और अपने हाथों को बार-बार धोने की आदत डालें।
इसके अलावा, यदि कोई बुखार, खांसी या छींक आ रही हो, तो सार्वजनिक जगहों से दूर रहना चाहिए और पर्याप्त वेंटिलेशन सुनिश्चित करना चाहिए। सुरक्षा के उपायों के तहत राज्य सरकार ने कुछ निर्देश जारी किए हैं, जैसे कि बीमार व्यक्तियों से नजदीकी संपर्क से बचना, अपने चेहरे को बार-बार छूने से बचना और सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से बचना।
केरल की सरकार ने भी निगरानी बढ़ाई
केरल राज्य सरकार ने भी इस मुद्दे पर सतर्कता बरतते हुए कहा कि वह चीन में वायरल बुखार और श्वसन संक्रमण के फैलने पर नजर रखे हुए है। स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि वर्तमान में घबराने की कोई जरूरत नहीं है और स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।
इस वक्त एचएमपीवी के प्रसार को लेकर भारत में कोई बड़ा खतरा नहीं है, लेकिन सभी नागरिकों को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है। यह स्थिति एक चेतावनी की तरह है, जो हमें सतर्क रहने और बुनियादी स्वच्छता उपायों का पालन करने की आवश्यकता बताती है।
भारत और तेलंगाना राज्य सरकार दोनों ने नागरिकों की सुरक्षा के लिए पूरी तैयारियां की हैं और किसी भी प्रकार के प्रकोप के खिलाफ प्रौद्योगिकी और स्वास्थ्य सुविधाओं के माध्यम से मोर्चा संभालने के लिए तैयार हैं।