नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से देश को लगातार 11वीं बार संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने भारत के भविष्य को लेकर अपना दृष्टिकोण रखा। पीएम मोदी ने भारत को ग्लोबल लीडर बनाने का एजेंडा भी रखा। शिक्षा और अनुसंधान को बढ़ावा देने से लेकर बुनियादी ढांचे और सेवाओं में सुधार से लोगों के जीवन को बेहतर बनाने की भी बात कही। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि भारत 2036 के ओलंपिक की मेजबानी की तैयारी में जुटा है।
पीएम मोदी ने साथ ही बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर भी चिंता जताई। पीएम मोदी ने इस दौरान भारत में यूनिफॉर्म सिविल कोड को लागू करने की भी जरूरत बताई और कहा कि यह आज के समय की मांग है। पीएम मोदी ने क्या कुछ कहा..जानिए उनके भाषण की बड़ी बातें-
1. स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मान: प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वालों को याद किया। उन्होंने भारत के स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा छोड़ी गई विरासत के महत्व को स्वीकार करते हुए कहा, ‘देश उनका ऋणी है।’
2. प्राकृतिक आपदाओं का जिक्र: प्रधानमंत्री ने हाल ही में देश के विभिन्न हिस्सों में आई प्राकृतिक आपदाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘इन आपदाओं में कई लोगों ने अपने परिवारों और प्रियजनों को खो दिया है। आज, मैं उन सभी प्रभावित लोगों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं और उन्हें आश्वासन देता हूं कि इस कठिन घड़ी में हम उनके साथ खड़े हैं।’
3. विकसित भारत का सपना: पीएम ने आजादी के 2047 में सौ साल पूरे होने तक भारत को एक विकसित देश में बदलने की सरकार की प्रतिबद्धता का भी जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा, ‘विकसित भारत 2047 केवल शब्द नहीं हैं। यह 140 करोड़ लोगों के संकल्प और सपनों के प्रतिबिंब हैं।
4. विकसित भारत की तैयारी: प्रधानमंत्री ने ‘विकसित भारत’ पहल के लिए लोगों से मिले सुझाव का जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘लोगों ने 2047 तक भारत को विकसित बनाने के लिए कई सुझाव दिए हैं, जिनमें देश को विनिर्माण केंद्र बनाना और प्रारंभिक पूंजी उपलब्धता सुनिश्चित करना शामिल है। पीएम ने कहा कि कुछ लोगों ने भारत के हमारे विश्वविद्यालयों को ग्लोबल बनाया जाए इसका सुझाव दिया। कई लोगों ने ग्लोबल मीडिया के सुझाव दिए। कुछ लोगों ने जीवन की हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने का सुझाव दिया। कुछ लोगों ने मोटा अनाज जिसे श्री अन्न कहा जाता है, सुझाव दिया कि ऐसे सुपर फूड को दुनिया की हर डाइनिंग टेबल पर पहुंचाना है।
मुझे प्रसन्नता है कि मेरे देश के करोड़ों नागरिकों ने विकसित भारत के लिए अनगिनत सुझाव दिए हैं, जिनमें हर देशवासी का सपना झलक रहा है। pic.twitter.com/IRdy7pG2nk
— Narendra Modi (@narendramodi) August 15, 2024
5. महिलाओं के खिलाफ अत्याचार: कोलकाता में एक मेडिकल छात्रा के साथ बलात्कार और हत्या पर देश भर में व्यापक विरोध प्रदर्शन के बीच पीएम ने महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के मुद्दे पर भी बात की। उन्होंने कहा कि वह लोगों के आक्रोश को महसूस करते हैं। पीएम ने कहा, ‘महिलाओं के खिलाफ अत्याचार की खबरें तो खूब चलाई जाती हैं। मीडिया भी इसे दिखाता है लेकिन इनके दोषियों लिए दी जाने वाली सजाओं को भी और व्यापक रूप से प्रचारित करने की जरूरत है ताकि अपराधियों में डर पैदा हो कि वे ऐसा कुछ करते हैं तो क्या परिणाम होगा।’
6. यूनिफॉर्म सिविल कोड: पीएम मोदी ने कहा, ‘मेरा मानना है कि हमें देश में नागरिक संहिता पर चर्चा करनी चाहिए। भेदभाव वाले कानूनों को खत्म करने की जरूरत है और हमें एक धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता लागू करनी चाहिए।’ पीएम ने कहा कि अभी तक चला आ रहा सिविल कोड सांप्रदायिक है और इसमें परिवर्तन करने की आवश्यकता है।’
7. बांग्लादेश पर चिंता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उम्मीद जताई कि बांग्लादेश में स्थिति जल्द ही सुधरेगी। साथ ही उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर चिंता व्यक्त की। मोदी ने कहा कि भारत हमेशा बांग्लादेश की वृद्धि और विकास का समर्थक रहेगा।
8. एक राष्ट्र, एक चुनाव: पीएम मोदी ने कहा, ‘लाल किले से मैं राजनीतिक समुदाय से “एक राष्ट्र, एक चुनाव” के विचार का समर्थन करने का आग्रह करता हूं। इस पहल के पीछे देश का एकजुट होना बहुत जरूरी है। बार-बार चुनाव होने से हर योजना और पहल प्रभावित होती है। हर कार्रवाई और कदम को राजनीतिक रंग या चुनाव से प्रेरित बता दिया जाता है।’
9. सुधारों की जरूरत: प्रधानमंत्री ने अपने कार्यकाल में किए गए सुधार कार्यों का भी जिक्र किया। उन्होंने इसे देश की नींव को मजबूत करने के लिए आवश्यक बताया। उदाहरण के तौर पर बैंकिंग क्षेत्र के सुधारों का हवाला देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय बैंक अब विश्व स्तर पर सबसे मजबूत बैंकों में शुमार हैं। उन्होंने जोर देकर कहा, ‘हमने सुधारों का जो रास्ता चुना है, वह सिर्फ बहस क्लबों के लिए नहीं, बल्कि विकास का खाका बन गया है।’
10. अंतरिक्ष क्षेत्र और स्टार्टअप: पीएम ने इस बात पर भी जोर दिया कि अंतरिक्ष क्षेत्र कितना महत्वपूर्ण है और कहा कि इसमें शोध पर विकास के लिए कई बदलाव किए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इस क्षेत्र में अधिक स्टार्टअप शामिल हो रहे हैं। पीएम मोदी ने सेमीकंडक्टर उत्पादन में ग्लोबल लीडर बनने के लिए भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया, जिसका लक्ष्य आयात पर निर्भरता को कम करना और तकनीकी आत्मनिर्भरता को बढ़ाना है।
11. 75 हजार नए मेडिकल सीट: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य भारत में एक ऐसी शिक्षा प्रणाली विकसित करना है जो युवाओं को अपनी पढ़ाई के लिए विदेश जाने की आवश्यकता को खत्म कर देगी। उन्होंने देश की चिकित्सा शिक्षा क्षमता को बढ़ाने और स्वास्थ्य पेशेवरों की बढ़ती मांग को पूरा करने के उद्देश्य से अगले 5 साल में 75,000 नई मेडिकल सीटें जोड़ने की योजना की भी घोषणा की। पीएम मोदी ने नालंदा विश्वविद्यालय का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी सरकार अब शिक्षा के क्षेत्र में ऐसा इकोसिस्टम तैयार करना चाहती है कि यहां के बच्चे पढ़ाई के लिए विदेश नहीं जाएं बल्कि बाहर से लोग यहां पढ़ने आएं।
12. सरकार की उपलब्धियां: अपने भाषण में पीएम मोदी ने अपनी सरकार द्वारा हासिल किए गए कुछ महत्वपूर्ण उपलब्धियों का भी जिक्र किया। इसमें जल जीवन मिशन शामिल है। इस योजना का लक्ष्य हर घर में पीने योग्य पानी उपलब्ध कराना है। पीएम ने कहा कि यह अब प्रभावशाली तरीके से 15 करोड़ लाभार्थियों तक पहुंच गया है। उन्होंने बाजरा, जिसे ‘श्री अन्न’ कहा जाता है, के वैश्विक प्रचार की भी बात की।
13. राष्ट्रीय सुरक्षा: पीएम मोदी ने कहा कि सशस्त्र बलों द्वारा सर्जिकल और हवाई हमले प्रत्येक भारतीय को गर्व से भर देते हैं। उन्होंने सरकार से जनता की अपेक्षाओं में बदलाव की बात करते हुए कहा, ‘पहले, लोग बदलाव चाहते थे, लेकिन उनकी आकांक्षाओं पर ध्यान नहीं दिया जाता था। हम जमीनी स्तर पर बड़े सुधार लाए।’
14. जलवायु परिवर्तन: प्रधानमंत्री मोदी ने 2030 तक 500 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता प्राप्त करने के भारत के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को दोहराया। उन्होंने कहा कि भारत अपने पेरिस समझौते के लक्ष्यों को पूरा करने वाला जी20 देशों में एकमात्र देश रहा है। पीएम मोदी ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के भारत के प्रयासों में ग्रीन जॉब्स के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि देश का ध्यान अब हरित विकास और हरित नौकरियों पर है, जो पर्यावरण संरक्षण में योगदान करते हुए रोजगार के अवसर पैदा करेगा। उन्होंने हरित हाइड्रोजन उत्पादन में ग्लोबल लीडर बनने और पर्यावरण संरक्षण और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्रों में स्थायी रोजगार के अवसर पैदा करने की भारत की प्रतिबद्धता दोहराई।
15. राजनीति में नए लोग: पीएम मोदी ने देश के एक लाख युवाओं को राजनीतिक प्रणाली में लाने का आह्वान किया, जिनके परिवारों में इससे पहले कोई भी राजनीति में ना रहा हो। उन्होंने कहा कि इस पहल का उद्देश्य भाई-भतीजावाद और जातिवाद की बुराइयों से लड़ना और भारत की राजनीति में नए लोगों को शामिल करना है।