कोलकाता: दक्षिण कोलकाता लॉ कॉलेज में हाल ही में सामने आए यौन उत्पीड़न मामले के बाद अब भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) कलकत्ता के जोका कैंपस से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। संस्थान के ब्वॉयज हॉस्टल में एक छात्रा (बाहरी) के साथ कथित दुष्कर्म के आरोप में द्वितीय वर्ष के छात्र परमानंद जैन को गिरफ्तार किया गया है। 

आरोपी छात्र को 7 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। लेकिन शनिवार पीड़िता के पिता के बयान ने इस मामले को नया मोड़ दे दिया। पीड़िता के पिता ने शनिवार को बयान दिया कि उसकी बेटी के साथ न तो बलात्कार हुआ और न ही कोई उत्पीड़न।

क्या है पूरा मामला?

पुलिस में दर्ज शिकायत के अनुसार, एक युवती — जो आईआईएम-सी की छात्रा नहीं है — सोशल मीडिया के माध्यम से संस्थान के एक द्वितीय वर्ष के छात्र के संपर्क में आई थी। उसने आरोप लगाया कि छात्र ने उसे एडमिशन काउंसलिंग के बहाने बॉयज हॉस्टल में बुलाया। युवती का दावा है कि उसे विजिटर्स रजिस्टर पर साइन करने की अनुमति नहीं दी गई और हॉस्टल के भीतर उसे पिज्जा और पानी दिया गया, जिसे खाने के बाद वह बेहोश हो गई। जब उसे होश आया, तो वह हॉस्टल में थी और उसने आरोप लगाया कि उसके साथ बलात्कार किया गया और जब उसने विरोध किया तो शारीरिक उत्पीड़न भी किया गया।

युवती ने पहले ठाकुरपुकुर थाने में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन आईआईएम-सी का परिसर हरिदेवपुर थाना क्षेत्र में आने के कारण केस को वहां ट्रांसफर कर दिया गया। पुलिस ने जांच के बाद आरोपी छात्र को हिरासत में ले लिया है और सबूत जुटाए जा रहे हैं।

पीड़िता के पिता ने दुष्कर्म से किया इनकार

हालांकि, शनिवार को देर शाम युवती के पिता ने शिकायत में लगाए गए आरोपों का खंडन किया। उन्होंने मीडिया में बयान दिया कि "मेरी बेटी के साथ न तो दुष्कर्म हुआ और न ही कोई अत्याचार।" उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनकी बेटी से जबरन प्राथमिकी दर्ज करवा कर उसमें दुष्कर्म की बात लिखवाई है। पिता ने कहा कि हमें हमारी बेटी वापस मिल गई। मेरी बेटी सामान्य है।

पीड़िता के पिता ने कहा, 'किसी ने मुझे परेशान नहीं किया, किसी ने मेरे साथ दुर्व्यवहार नहीं किया।' IIM-C छात्र की गिरफ्तारी के बारे में पूछे जाने पर, पिता ने कहा कि मुझे अब और कुछ नहीं पता। 

मेरा बेटा निर्दोषः आरोपी छात्र की माँ

उधर, परमानंद जैन की माँ ने कहा कि मेरा बेटा निर्दोष है। उन्होंने कहा, “रात करीब 11 बजे उसके एक दोस्त का फोन आया। उसने बताया कि मेरे बेटे को पुलिस ने हिरासत में लिया है, लेकिन उसे वजह नहीं पता। हमें भी नहीं मालूम कि हमारे बेटे को क्यों गिरफ्तार किया गया है। हम उससे मिलना और बात करना चाहते हैं।

परमानंद जैन की माँ ने कहा, वह अपने कॉलेज के आखिरी साल में है। हमें कोलकाता के बारे में कुछ नहीं पता- न पुलिस स्टेशन का पता है, न कोर्ट का। मेरा बेटा निर्दोष है। वह इतनी दूर सिर्फ पढ़ाई के लिए आया था। वह इस तरह की गिरी हुई हरकत कभी नहीं कर सकता।”

IIM कोलकाता ने क्या कहा?

इस बीच संस्था ने भी एक बयान जारी किया है। आईआईएम ने कहा है कि उन्हें अपने एक छात्र से जुड़ी एक गंभीर शिकायत के बारे में जानकारी मिली है, हालांकि शिकायतकर्ता संस्थान का छात्र नहीं है। संस्थान इस मामले को पूरी गंभीरता से ले रहा है और जांच कर रहे कानून प्रवर्तन अधिकारियों के साथ पूर्ण सहयोग कर रहा है। आरोपी छात्र को पुलिस हिरासत में ले लिया गया है और कानूनी कार्यवाही जारी है।

संस्थान ने बयान में आगे कहा है,  IIM कोलकाता ऐसी घटनाओं के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति रखता है और एक सुरक्षित व सम्मानजनक परिसर वातावरण बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। संस्थान जांच में सहयोग के साथ-साथ संस्थागत प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहा है।

 IIM कोलकाता ने कहा है कि वे चल रही जांच के दौरान आगे टिप्पणी करने से बचेंगे, लेकिन स्थिति पर बारीकी से नज़र रखेंगे और कानून तथा आंतरिक नीतियों के अनुसार उचित कार्रवाई करेंगे। अंत में, संस्थान ने सभी से अपील की है कि वे अटकलें लगाने या असत्यापित जानकारी साझा करने से बचें, ताकि भ्रम रोका जा सके और जांच स्वतंत्र व निष्पक्ष रूप से आगे बढ़ सके।