श्रीनगर: जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के चीफ फारूक अब्दुल्ला ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी. उन्होंने पाकिस्तान के दुष्प्रचार और उसके सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की दो-राष्ट्र सिद्धांत पर भड़काऊ टिप्पणियों की भी आलोचना की है। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि पहलगाम में जो हमला हुआ, वह सुरक्षा और खुफिया जानकारी में कमी के कारण हुआ। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को यह पसंद नहीं आया कि हम अच्छी तरह से जीवन जी रहे थे, इसलिए उन्होंने दुष्प्रचार और हमला किया। उन्हें इस बात की परवाह नहीं है कि इससे भारत में मुसलमानों पर क्या असर पड़ेगा।
असीम मुनीर ने दो-राष्ट्र सिद्धांत पर बोले फारूक अब्दुल्ला
रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्ववर्ती जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 10 सालों से मुसलमानों को खत्म करने और मस्जिदों को जलाने की बातें हो रही हैं। हम पहले से ही इससे निपट रहे थे। अब, पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने दो-राष्ट्र सिद्धांत के बारे में बात करके उकसाया है। उन्होंने कहा, 'अगर जंग हुई, तो बात टेबल पर आएगी, लेकिन टेबल पर क्या होगा, यह केवल अल्लाह जानता है।' फारूक ने यह भी कहा कि उन्होंने केंद्र सरकार को पूरा समर्थन दिया है।
पीएम मोदी को फारूक अब्दुल्ला का समर्थन
उनका कहना है, 'यह बात तो साफ है कि सुरक्षा और खुफिया जानकारी में कुछ कमियां रूर रहीं। ऐसा लगता है कि पाकिस्तान को यह बात पसंद नहीं आई कि हम अपनी जिंदगी अच्छे से जी रहे थे। इसलिए, उन्होंने हमारे लोगों के बीच गलत बातें फैलाईं। फिर उन्होंने पहलगाम में हमला कर दिया। लेकिन, उन्होंने यह नहीं सोचा कि इससे भारत में मुसलमानों पर क्या असर होगा। पिछले 10 सालों से एक कहानी चल रही है कि मुसलमानों को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा, हमारी मस्जिदों को जला दिया जाएगा। हम पहले से ही इससे जूझ रहे थे।' उन्होंने कहा कि पीएम को पहलगाम हमले के जवाब में जो भी जरूरी कदम उठाने हैं, उन्हें उठाने चाहिए।
उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी की बैठक पर यह बात कही। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और तीनों सेना प्रमुख शामिल थे। अब्दुल्ला ने कहा, 'हमने प्रधानमंत्री को पूरा समर्थन दिया है। पीएम को जो भी करना है, करना चाहिए।'