नई दिल्लीः  भारत ने छह और सात मई की दरम्यानी रात में पाकिस्तान और पीओके में 'ऑपरेशन सिंदूर' लांच किया गया था। ऐसी खबर है कि भारतीय सेना द्वारा चलाए गए इस अभियान में आईसी-814 कांधार विमान हाईजैक करने वाले मास्टरमाइंड व आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के  ऑपरेशनल हेड अब्दुल रऊफ अजहर की मौत हो गई। 

अब्दुल रऊफ संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादी मौलाना मसूद अजहर का भाई है। भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन में मसूद अजहर के परिवार के 10 लोग मारे गए।

आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अहम ऑपरेशन

भारतीय सेना द्वारा लांच किए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' का आतंकवाद के विरुद्ध वैश्विक लड़ाई में भी इसका दूरगामी परिणाम पड़ा है। रऊफ 2002 में द वॉल स्ट्रीट जर्नल के पत्रकार डेनियल पर्ल की किडनैपिंग और हत्या में भी शामिल था। 

अजहर 1999 के कांधार हाईजैक का मुख्य सरगना था। उसकी भूमिका ने ही अल-कायदा के एक प्रमुख आतंकी उमर सईद शेख की मदद की थी जिसने बाद में पर्ल की किडनैपिंग कर हत्या कर दी थी। पत्रकार डेनियल पर्ल का सिर कलम कर दिया गया था। इस घटना ने दुनिया को झकझोर कर रख दिया था। 

खोजी पत्रकार की हत्या

डेनियल पर्ल एक खोजी पत्रकार थे। जनवरी 2002 में वह पाकिस्तान के कराची से लापता हो गए थे। इसके बाद उनकी हत्या कर दी गई थी। 

पर्ल को एक कैफे के पास पकड़ा गया था। आतंकवादियों ने उन्हें पकड़ कर उन्हें जासूस होने का आरोप लगाया था। अगवा करने वाले आतंकियों ने खुद को नेशनल मूवमेंट फॉर द रिस्टोरेशन ऑफ पाकिस्तानी सॉवरेनटी का सदस्य बताया था। इस समूह ने पर्ल के बदले अमेरिका में कैद किए गए पाकिस्तानियों की रिहाई की मांग की थी। 

भारत ने पंजाब प्रांत के कई ठिकानों को ऑपरेशन सिंदूर के तहत निशाना बनाया था जिसमें बहावलपुर और मुरीदके मुख्य रूप से अहम हैं। ये आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय हैं जहां पर आतंकियों को ट्रेनिंग दी जाती थी। ऑपरेशन के तहत इन केंद्रों को निशाना बनाया गया था। इन संगठनों ने भारत में कई हमलों की जिम्मेदारी ली है।