नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया है। शराब नीति मामले में करीब छह महीने जेल में बिताने के बाद वे दो दिन पहले ही जमानत पर रिहा हुए हैं।

रविवार को आम आदमी पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा है कि वे आज से दो दिन बाद अपने सीएम पद से इस्तीफा दे देंगे। संबोधन के दौरान उन्होंने यह भी कहा है कि मेरे इस्तीफे के बाद पार्टी के एक सदस्य को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा जिस पर विचार आगे चल कर किया जाएगा।

दिल्ली सीएम ने यह भी मांग की है कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव जो फरवरी 2025 में होने वाली है, उसे नवंबर 2024 में ही कराई जाए। उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के साथ दिल्ली विधानसभा चुनाव भी कराने की मांग की है।

अरविंद केजरीवाल ने क्या कहा है

पार्टी संबोधन के दौरान सीएम केजरीवाल ने कहा है कि "मैं जब जेल में था तो भाजपा वालों ने पूछा कि केजरीवाल ने अपने पद से इस्तीफा क्यों नहीं दिया है। इन्होंने विपक्ष के सभी लोगों के खिलाफ केस दर्ज किए। आज दिल्ली के लिए कितना कुछ कर पाए क्योंकि हम ईमानदार हैं। ये लोग हमारी ईमानदारी से डरते हैं, क्योंकि ये ईमानदार नहीं है।"

दिल्ली सीएम ने ऐलान करते हुए कहा है कि आज मैं आप की अदालत में आया हूं, जनता की अदालत में आया हूं। आपसे पूछने आया हूं कि क्या आप केजरीवाल को ईमानदार मानते हो कि गुनहगार मानते हो। दो दिन के बाद मैं सीएम पद से इस्तीफा देने जा रहा हूं।

केजरीवाल ने आगे कहा है कि मैं तब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा जब तक जनता अपना फैसला ना सुना दे। आप अपना फैसला सुनाओगे तब मैं जाकर उस कुर्सी पर बैठूंगा। आपको लग रहा होगा कि अब में ऐसा क्यों बोल रहा हूं, इन्होंने मुझपर आरोप लगाया है कि केजरीवाल चोर है, भ्रष्टाचारी है, इस काम के लिए नहीं आया था मैं।

अरविंद केजरीवाल ने भगवान राम के वनवास का जिक्र करते हुए कहा है कि 14 साल के बाद भगवान राम वनवास से लौटे तो सीता मैया को अग्निपरीक्षा देनी पड़ी थी। आज मैं जेल से लौटा हूं, मुझे अग्निपरीक्षा देनी होगी।

जब तक आपका फैसला नहीं आएगा तब तक मैं जिम्मेदारी नहीं संभालूंगा और जब तक चुनाव नहीं होता तब तक मेरी जगह आम आदमी पार्टी से कोई और सीएम बनेगा।

ईडी और सीबीआई दोनों ने किया था उन्हें गिरफ्तार

बता दें कि साल 2021-2022 दिल्ली शराब घोटाले मामले में 21 मार्च 2024 को ईडी ने केजरीवाल को गिरफ्तार किया था। यह गिरफ्तारी शराब नीति केस में कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हुई है।

ईडी की हिरासत में ही उन्हें 26 जून 2024 को सीबीआई ने भी गिरफ्तार किया था। मामले में शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है जिसके बाद वे उसी दिन जेल से रिहा हो गए थे। उनके सीएम पद से इस्तीफे की बात तब सामने आई है जब वे जमानत पर रिहा हुए हैं।

समाचार एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ