नई दिल्लीः लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा दिए गए 'हलवा खाने' वाले बयान पर देश के वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने पलटवार किया है। राहुल गांधी ने सोमवार को लोकसभा में बजट से पहले 'हलवा सेरेमनी' की फोटो दिखाते हुए अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और ओबीसी अफसरों की भागीदारी को लेकर सवाल उठाया था। इस पर सदन में काफी हंगामा हुआ था।

पंकज चौधरी ने राहुल गांधी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा मैं खुद पिछड़े वर्ग से आता हूं। राहुल गांधी तस्वीर में मुझे देखना भूल गए। पंकज चौधरी ने अपने एक्स खाते से तस्वीर को साझा करते हुए कहा कि कांग्रेस के तमाम नेता बजट में पिछड़े वर्ग की भागीदारी पर सवाल कर रहे है पर इस तस्वीर में वो मुझे देखना भूल गए। मैं स्वयं पिछड़े वर्ग से आता हूं।

पंकज चौधरी ने पोस्ट में आगे लिखा कि कांग्रेस इन सवालों से क्या साबित करना चाहती है? एक सर्वधर्म संभाव राष्ट्र में धर्म और जाती की राजनीति करने बंद करे कांग्रेस। उन्होंने कहा, रही बात उनके सवाल के जवाब का, कि कौन खा रहा बजट का हलवा? देश की आजादी से लेकर 2014 तक कांग्रेस के भ्रष्टाचार ने खाया और 2014 के बाद पीएम मोदी के नेतृत्व में जनता ने।

29 जुलाई को लोकसभा मे कांग्रेस सांसद राहुल गांधी हलवा सेरेमनी की तस्वीर लेकर सदन पहुंचे थे। भाषण के दौरान उन्होंने कहा कि मैं तस्वीर दिखाकर चाहता हूं कि बजट का हलवा बंट रहा है और इस फोटो में एक भी ओबीसी, आदिवासी, दलित अफसर नहीं दिख रहा है, देश का हलवा बंट रहा है और इसमें 73 फीसदी आबादी है ही नहीं ये क्या हो रहा है। बजट का ये हलवा आप खा रहे हो, शेष देश को हलवा नहीं मिल रहा है।

राहुल गांधी ने कहा कि 20 अफसरों ने हिंदुस्तान के बजट को तैयार किया है। मतलब हिंदुस्तान का हलवा है, वो 20 लोगों ने बांटने का काम किया है। मैं चाहता हूं कि बजट में जाति जनगणना की बात उठे।

राहुल गांधी के इस बयान के दौरान सदन में मौजूद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मुस्कुराती नजर आईं। उन्होंने राहुल गांधी का भाषण सुन अपना सिर पकड़ लिया था।

गौरतलब है कि ऐसा पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी ने इस तरह के बयान दिए हैं। इससे पहले भी लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान राहुल गांधी दलित, ओबीसी और आदिवासी के मुद्दे पर सवाल उठाते रहे हैं। राहुल गांधी ने कई मौकों पर कहा था कि देश में जातिगत जनगणना जरूरी है, क्योंकि इसी से देश का एक्सरे होगा।