हैदराबादः आंध्र प्रदेश में प्रतिष्ठित उद्योगपति और वेलजन ग्रुप ऑफ कंपनीज के प्रमुख वेलमति चंद्रशेखर जनार्दन राव की उनके ही पोते कीर्ति तेजा ने संपत्ति विवाद के चलते हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है। 

86 वर्षीय जनार्दन राव आंध्र प्रदेश के एलुरु के रहने वाले थे। वे बीते कुछ महीनों से हैदराबाद के सोमाजीगुडा स्थित अपने आवास में रह रहे थे। उन्होंने हाल ही में अपनी बड़ी बेटी के बेटे श्रीकृष्ण को वेलजन ग्रुप का निदेशक नियुक्त किया था और अपनी दूसरी बेटी सरोजनी देवी के बेटे कीर्ति तेजा को चार करोड़ रुपये के शेयर हस्तांतरित किए थे।

हत्या से पहले नाना-पाते में संपत्ति को लेकर हुई थी बहस

गुरुवार रात, सरोजनी देवी और कीर्ति तेजा जनार्दन राव के घर पहुंचे। संपत्ति के बंटवारे को लेकर नाना-पोते के बीच काफी बहस हुई, जो इतना बढ़ गया कि कीर्ति तेजा ने गुस्से में चाकू उठा लिया और जनार्दन राव पर बेरहमी से 73 वार कर दिए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

पुलिस के मुताबिक, सरोजनी देवी उस समय रसोई में थीं। जब उन्होंने चीख-पुकार सुनी तो भागकर आईं और बीच-बचाव करने की कोशिश की, लेकिन कीर्ति तेजा ने उन पर भी हमला किया। घटना के बाद आरोपी ने वहां मौजूद सुरक्षा गार्ड को धमकाया और मौके से फरार हो गया।

शनिवार देर रात पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। वह हाल ही में अमेरिका से मास्टर डिग्री पूरी करने के बाद लौटा था। उसे अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

उद्योगपति के अलावा परोपकारी व्यक्ति थे जनार्दन

पुलिस को संदेह है कि कीर्ति तेजा नशे का आदी हो सकता है, जिसकी वजह से उसकी मानसिक स्थिति पर भी असर पड़ा हो सकता है। पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है।

जनार्दन राव सिर्फ एक सफल उद्योगपति ही नहीं, बल्कि एक परोपकारी व्यक्ति भी थे। उन्होंने एलुरु के सरकारी जनरल अस्पताल और तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) को भारी मात्रा में दान दिया था। उनकी हत्या से उद्योग जगत और उनके करीबी लोगों में शोक की लहर है। पंजागुट्टा पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है।