हैदराबादः मोहर्रम जुलूस और बोनालु के दौरान महिलाओं के साथ बदसलूकी मामले में 478 को पकड़ा

तेलंगाना पुलिस के SHE विभाग की टीमों ने हैदराबाद में बोनालु और मोहर्रम जुलूस के दौरान महिलाओं के साथ छेड़खानी करने वाले 478 लोगों को गिरफ्तार किया।

hyderabad she teams detained 478 peoples misbehaving with women during moharram and bonalu

हैदराबाद शी टीमों ने 478 को हिरासत में लिया Photograph: (सोशल मीडिया - एक्स)

हैदराबादः तेलंगाना के हैदराबाद पुलिस की शी (SHE) टीम ने हाल ही में हुए बोनालु और मोहर्रम त्योहारों में महिलाओं के साथ बदसलूकी करने वाले 478 लोगों को हिरासत में लिया है।  

पुलिस द्वारा यह कार्रवाई गोलकुंडा बोनालु, बालकम्पेट येलम्मा मंदिर और सिकंदराबाद उज्जैनी महाकाली मंदिर में समारोहों के दौरान प्रवर्तन अभियान के दौरान की गई। पकड़े गए लोगों में 386 व्यस्क थे हैं     और 92 नाबालिग हैं।

शहर में तैनात की गईं थीं SHE की 14 टीमें

त्योहारों के दौरान सुरक्षा बढ़ाने के लिए शी (SHE) की 14 टीमें तैनात की  गईं थीं। SHE तेलंगाना पुलिस का एक विभाग है जो महिलाओं की सुरक्षा और संरक्षा को बढ़ाने के लिए काम करते हैं। शी टीमें छोटे-छोटे समूहों में काम करती हैं। इनका काम छेड़खानी करने वाले लोगों को पकड़ना होता है। तेलंगाना सरकार ने 2014 में इसे शुरू किया था।

राज्य में महिलाओं को सुरक्षित और संरक्षित वातावरण मुहैया कराने के उद्देश्य से इसे शुरू किया गया था। ये टीमें शहर के प्रमुख स्थानों की 24 घंटों निगरानी करती हैं। इसके साथ ही उन स्थानों की भी पड़ताल करती हैं जहां अपराधी अनजान महिलाओं के साथ किसी तरह के दुर्व्यवहार की कोशिश करते हैं। 

288 लोगों को चेतावनी देकर छोड़ा गया

महिला सुरक्षा विंग के मुताबिक, हिरासत में लिए गए 288 लोगों को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। हालांकि चार लोगों के खिलाफ मामूली मामलों में मुकदमा भी दर्ज किया गया। इन लोगों पर कुल 1,050 रुपये का जुर्माना लगाया गया। वहीं, पांच मामलों में दोषसिद्धि तय हुई और एक को जेल की सजा के साथ जुर्माना भी झेलना पड़ा। शहर के अलग-अलग पुलिस थानों में आठ एफआईआर दर्ज कराई गई हैं। 

इस अभियान के अलावा शी टीमों ने जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से 124 कार्यक्रम विभिन्न प्रतिष्ठानों में किए। इनमें स्कूल, कॉलेज और सार्वजनिक क्षेत्र शामिल हैं। इसके अलावा सार्वजनिक स्थानों पर 1,405 निगरानी जांच की गईं तथा मोबाइल एवी वैन का उपयोग करते हुए ऑडियो-विजुअल माध्यम से जागरुकता अभियान भी चलाया गया।

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