सिंगापुर खाद्य एजेंसी (एसएफए) ने भारत की मसालों की बड़ी कंपनी एवरेस्ट के ‘फिश करी मसाला’ को खाद्य उपयोग के लिए इस्तेमाल में नहीं लाने की चेतावनी दी है। एसएफए के अनुसार इसमें कीटनाशक एथिलीन ऑक्साइड स्वीकार्य सीमा से अधिक पाया गया है। एजेंसी ने देश भर की दुकानों से एवरेस्ट फिश करी मसाला को वापस लेने के लिए नोटिस भी जारी किया है।
57 साल पहले स्वर्गीय वाडीलाल भाई शाह द्वारा स्थापित एवरेस्ट ब्रांड भारत में मसालों का बड़ा निर्माता है, जो वैश्विक स्तर पर 80 से अधिक देशों में व्यापार कर रहा है।
इससे पहले हांगकांग के खाद्य नियामक प्राधिकरण सेंटर फॉर फूड सेफ्टी (सीएफएस) ने भी ऐसी ही चेतावनी जारी की थी। सीएफएस ने एवरेस्ट के फिश करी मसाले के साथ-साथ मसालों के एक और ब्रांड एमडीएच के भी तीन प्रोडक्ट को लेकर चिंता जताई थी।
5 अप्रैल को अपनी वेबसाइट पर पोस्ट किए गए एक बयान में हांगकांग के खाद्य नियामक प्राधिकरण सीएफएस ने कहा कि एमडीएच के तीन मसाला प्रोडक्ट – मद्रास करी पाउडर, सांभर मसाला और करी पाउडर मिक्स्ड मसाला पाउडर के अलावा एवरेस्ट के फिश करी मसाले में कीटनाशक एथिलीन ऑक्साइड है।
इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर ने एथिलीन ऑक्साइड को ‘समूह 1 कार्सिनोजेन’ के रूप में क्लासीफाई किया हुआ है। बहरहाल, एमडीएच और एवरेस्ट फूड्स दोनों ने अभी तक खाद्य नियामकों के दावों पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
हांगकांग के तीन दुकानों के सैंपल में मिला एथिलीन ऑक्साइड
सीएफएस के अनुसार उसने हांगकांग में तीन खुदरा दुकानों से उत्पाद लिए थे। सीएफएस प्रवक्ता ने कहा कि टेस्ट के नतीजों से पता चला कि नमूनों में एथिलीन ऑक्साइड था। इसके बाद नियामक ने विक्रेताओं को मसालों की बिक्री रोकने और उत्पादों को तत्काल हटाने का निर्देश जारी कर दिया।
सीएफएस ने साथ ही कहा कि जांच जारी है और उचित कार्रवाई की जा सकती है। उधर सिंगापुर के एसएफए ने कहा- हालांकि ‘एथिलीन ऑक्साइड के निम्न स्तर वाले खाद्य पदार्थ खाने से तत्काल कोई खतरा नहीं है, लेकिन लंबे समय तक संपर्क में रहने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। जितना संभव हो उतना कम उपयोग किया जाना चाहिए।’
एसएफए ने इन उत्पादों को खरीदने वाले लोगों को इसका सेवन न करने की भी सलाह दी, और कहा कि जिन लोगों को इसके उपभोग के बाद अपने स्वास्थ्य के बारे में चिंता है, उन्हें डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
गौरतलब है कि भारत में भी एमडीएच, कैच फूड्स के साथ-साथ एवरेस्ट का बड़ा बाजार है। इस कंपनी की वैल्यू 20,000 करोड़ रुपये से अधिक की आंकी गई है और इसके प्रोडक्ट अमिताभ बच्चन और शाहरुख खान जैसे बॉलीवुड आइकन भी प्रोमोट करते हैं। इस ब्रांड का वर्तमान रेवेन्यू 3,000 करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान है।
बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट में सूत्रों का हवाला देकर बताया गया है कि फिश करी मसाले की बिक्री एवरेस्ट की कुल बिक्री में बहुत उल्लेखनीय योगदान नहीं देती है, जिससे पता चलता है कि इसके वापस बुलाने से इसके व्यवसाय पर बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है।
इससे पहले जून 2023 में, संयुक्त राज्य अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने एवरेस्ट गरम मसाला और एवरेस्ट सांभर मसाला उत्पादों को वापस बुलाने को कहा था। अमेरिकी एजेंसी के अनुसार इन प्रोडक्ट के साल्मोनेला (salmonella) युक्त होने के कारण यह कदम उठाया गया था।