मुरादाबादः उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) और काठगढ़ पुलिस ने संयुक्त अभियान में हिजबुल मुजाहिदीन के एक आतंकवादी को 17 साल बाद जम्मू-कश्मीर के पुंछ से गिरफ्तार किया है।

अधिकारियों के मुताबिक, पकड़े गए आतंकी की पहचान उल्फत हुसैन के रूप में हुई है, जिसे अदालत में पेश किया गया। इससे पहले 2002 में भी उसे चार अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया गया था, लेकिन 2008 में रिहा कर दिया गया था।

ATS और पुलिस की बड़ी कार्रवाई

सहारनपुर एटीएस और काठगढ़ पुलिस की इस संयुक्त कार्रवाई के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक (SP) रणविजय सिंह ने बताया, "हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े आतंकी उल्फत हुसैन को पुंछ जिले से गिरफ्तार किया गया है। उसे आज अदालत में पेश किया गया। 2002 में उसे चार अन्य साथियों के साथ गिरफ्तार किया गया था और बड़ी मात्रा में डेटोनेटर, विस्फोटक और पिस्तौल बरामद की गई थी।"

रणविजय सिंह ने आगे बताया कि 2008 में उसे जमानत पर रिहा किया गया था, लेकिन अदालत के बार-बार समन और वारंट जारी होने के बावजूद वह पेश नहीं हुआ। उन्होंने बताया, 2008 में उसे रिहा कर दिया गया था, लेकिन उसके खिलाफ लगातार समन और वारंट जारी किए गए। इसके बावजूद वह अदालत में पेश नहीं हुआ। उस पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया था और अगले 50 सालों के लिए स्थायी वारंट जारी किया गया था। पुलिस और एटीएस लगातार उसकी तलाश कर रही थी, और गुप्त सूचना के आधार पर हमने उसे गिरफ्तार कर लिया।" फिलहाल पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है।

हिजबुल मुजाहिदीन की संपत्ति जब्त

2024 में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने हिजबुल मुजाहिदीन के एक आतंकी की संपत्ति को कुर्क किया था। यह कार्रवाई आदूरा-कुलगाम के सरपंच की लक्षित हत्या के मामले में की गई थी। एनआईए के आदेश पर जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले के तेंगपोरा गांव में स्थित नासिर राशिद भट के घर को गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1947 की धारा 33(1) के तहत जब्त कर लिया गया। हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी नासिर राशिद भट और उसके साथियों ने 11 मार्च 2022 को कुलगाम के सरपंच की हत्या कर दहशत फैलाने की साजिश रची थी।