मंगलुरुः हिंदू कार्यकर्ता सुहास शेट्टी की हत्या मामले में कर्नाटक पुलिस ने आठ संदिग्धों को हिरासत में लिया है। इस हत्याकांड में शामिल आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने पांच विशेष टीमें बनाई थीं। सभी आरोपियों को मंगलुरु के अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक जांचकर्ताओं ने घटना की वीडियो फुटेज हासिल की है, जिससे संदिग्धों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने में मदद मिली।

सुहास शेट्टी बजरंग दल से जुड़ा था और चर्चित फाजिल हत्याकांड का मुख्य आरोपी भी था। 2 मई की रात मंगलुरु के बजपे थाना क्षेत्र में बेरहमी से उसकी हत्या कर दी गई। रात करीब 8:30 बजे शेट्टी अपनी कार में अपने पांच साथियों- संजय, प्रज्वल, अन्वित, लतीश और शशांक-  के साथ यात्रा कर रहा था। तभी एक मालवाहक वाहन ने उनकी कार को टक्कर मारी। इसके बाद एक स्विफ्ट कार और एक अन्य वाहन में सवार छह अज्ञात हमलावरों ने उनकी गाड़ी को घेर लिया।

हमलावर तलवारों और अन्य धारदार हथियारों से लैस थे। उन्होंने सुहास शेट्टी पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। शेट्टी बुरी तरह घायल हो गए और उसे तत्काल एजे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस निर्मम हमले का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिसमें हमलावरों की बर्बरता साफ तौर पर देखी जा सकती है।

'...तो शायद बच जाती जान'

विपक्ष के नेता आर अशोक ने आरोप लगाया कि हत्या से एक सप्ताह पहले सुहास शेट्टी को पुलिस ने अपने वाहन में हथियार न रखने की चेतावनी दी थी और उनके वाहन की तलाशी ली गई थी। उन्होंने सवाल किया कि यह संदेश हत्यारों तक कैसे पहुंचा? अगर उसके पास हथियार होता तो शायद वह बच जाता। हत्या पुलिस की मौजूदगी से आधे किलोमीटर की दूरी पर हुई, फिर भी कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। एक हफ्ते पहले हत्यारों ने एक संदेश दिया था कि सुहास शेट्टी को खत्म कर दिया जाएगा। हत्या के बाद उन्होंने हत्या का जश्न मनाते हुए एक और संदेश दिया।

मामले की एनआईए से जांच की मांग

केंद्रीय राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे और मंगलुरु के भाजपा सांसद कैप्टन बृजेश चौटा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से अपील की कि वह इस मामले को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को हस्तांतरित करें। अपने पत्र में उन्होंने लिखा, “यह घटना अलग-थलग नहीं है, बल्कि तटीय कर्नाटक में इस्लामी कट्टरपंथ और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के बढ़ते खतरे का हिस्सा है। पहले हमने हमारे समर्पित कार्यकर्ता प्रवीण नेत्तरू की हत्या देखी, जिसे प्रतिबंधित PFI के कार्यकर्ताओं ने अंजाम दिया था। अब एक और युवा हिंदू की जान इसी तरह ली गई है।”

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने सुहास शेट्टी के परिवार को 25 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। भाजपा एमएलसी सीटी रवि और पार्टी के अन्य नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर पुलिस कार्रवाई करने में विफल रही तो मंगलुरु में बदले की कार्रवाई चलती रहेगी।

मंगलुरु और उडुपी जिलों में स्थिति तनावपूर्ण

शेट्टी की हत्या के बाद कर्नाटक क्षेत्र के मंगलुरु और उडुपी जिलों में चाकूबाजी की कई घटनाएं सामने आई हैं तथा स्थिति तनावपूर्ण और अस्थिर बनी हुई है। राज्य के गृहमंत्री जी परमेश्वर और दक्षिण कन्नड़ जिले के प्रभारी मंत्री दिनेश गुंडू राव ने शुक्रवार को मंगलुरु में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ कानून-व्यवस्था की स्थिति पर उच्च स्तरीय बैठक की।

शनिवार को परमेश्वर ने बताया कि इस मामले में अब तक आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा, "हम किसी भी प्रकार की सांप्रदायिक ताकतों को बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमारी सरकार शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। जल्द ही एक एंटी-कम्यूनल टास्क फोर्स गठित की जाएगी, जो कि नक्सल विरोधी बल की तर्ज पर काम करेगी। हमने अधिकारियों को भड़काऊ भाषण या बयान देने वालों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।"

फाजिल की हत्या का मुख्य आरोपी था सुहास

बता दें कि सुहास शेट्टी बजरंग दल का कार्यकर्ता था और सुरथकल निवासी मोहम्मद फाजिल की हत्या का मुख्य आरोपी था। शेट्टी और उसके साथियों ने कथित तौर पर भाजपा युवा कार्यकर्ता प्रवीण कुमार नेट्टारू की हत्या का बदला लेने के लिए 28 जुलाई, 2022 को सार्वजनिक स्थान पर फाजिल की हत्या कर दी थी।

भाजपा कार्यकर्ता नेट्टारू की ‘हिजाब’ विवाद के दौरान हत्या कर दी गई थी। उनकी हत्या के बाद कर्नाटक में बदला लेने के लिए हत्याओं और चाकू घोंपने की कई घटनाएं हुईं।

हाल ही में मंगलुरु में केरल के एक व्यक्ति की भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई, जिसकी पहचान मोहम्मद अशरफ के रूप में हुई, जिसे कथित तौर पर एक क्रिकेट टूर्नामेंट के दौरान 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाते हुए सुना गया था। पुलिस फिलहाल इस बात की जांच कर रही है कि सुहास शेट्टी की हत्या और हाल ही में हुई लिंचिंग की घटना के बीच कोई संबंध है या नहीं।