नई दिल्ली, 13 फरवरी (आईएएनएस): असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई पर एक बार फिर से गंभीर आरोप लगाए हैं। सरमा ने गोगोई की ब्रिटिश पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न के पाकिस्तान के प्रतिष्ठान से कथित संबंधों को लेकर सवाल उठाए थे। इसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक और पोस्ट साझा कर गोगोई पर नए आरोप लगाए। सरमा के अनुसार, 2015 में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने गोगोई और उनके स्टार्टअप 'पॉलिसी फर यूथ' को भारत-पाकिस्तान संबंधों पर चर्चा के लिए आमंत्रित किया था, जबकि गोगोई उस समय विदेश मामलों की संसदीय समिति का हिस्सा नहीं थे। उन्होंने दावा किया कि गोगोई ने 50-60 भारतीय युवाओं को पाकिस्तान भेजा और उनके स्टार्टअप ने सीमा सुरक्षा बल की आलोचना करते हुए एक लेख प्रकाशित किया।

गौरव गोगोई का पलटवार – भाजपा पर लगाया आरोप

हिमंत बिस्वा सरमा के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने भाजपा और असम के मुख्यमंत्री पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "अगर मेरी पत्नी पाकिस्तान की आईएसआई एजेंट है, तो मैं भारत का रॉ एजेंट हूं।" गोगोई ने आरोप लगाया कि भाजपा का यह अभियान उनके और उनके परिवार को बदनाम करने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने पिछले साल लोकसभा चुनाव से पहले भी उनके खिलाफ इस तरह का अभियान चलाया था, लेकिन जनता ने उन्हें चुनकर जवाब दिया। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री सरमा केवल अपने खिलाफ लगे आरोपों से ध्यान भटकाने के लिए ये दावे कर रहे हैं, क्योंकि असम विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा की स्थिति कमजोर हो रही है।

सरमा के नए दावे – राष्ट्रीय सुरक्षा पर उठाए सवाल

गोगोई की प्रतिक्रिया के बाद, मुख्यमंत्री सरमा ने कांग्रेस नेता पर और गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान यात्रा के बाद गोगोई के संसदीय सवालों का केंद्र संवेदनशील रक्षा मामलों पर हो गया, जिसमें तटरक्षक रडार प्रतिष्ठान, भारत के हथियार कारखाने, वैमानिकी रक्षा, ईरान के साथ व्यापार मार्ग और कश्मीरी छात्रों पर हमलों से जुड़े विषय शामिल थे। सरमा ने यह भी दावा किया कि गोगोई की शादी के बाद उनकी राजनीतिक गतिविधियों में बड़ा बदलाव आया। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी एक अमेरिकी सीनेटर के लिए काम कर चुकी थीं, जिनके पाकिस्तान के प्रतिष्ठान से घनिष्ठ संबंध थे और उन्होंने पाकिस्तान में ऐसे संगठन के साथ काम किया, जिसे आईएसआई से जुड़ा माना जाता है।

सरमा ने आगे आरोप लगाया कि गोगोई धर्मांतरण कार्टेल का हिस्सा रहे हैं और उन्होंने जॉर्ज सोरोस सहित बाहरी स्रोतों से धन प्राप्त किया है, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है। उन्होंने कहा कि इन आरोपों पर जवाबदेही जरूरी होगी और केवल आरोपों से बचने की कोशिश से काम नहीं चलेगा। सरमा ने अपनी पोस्ट में लिखा, "देश पारदर्शिता और सच्चाई का हकदार है।"

राजनीतिक विवाद गहराया, कांग्रेस ने दी तीखी प्रतिक्रिया

इस पूरे विवाद के बाद कांग्रेस ने हिमंत बिस्वा सरमा और भाजपा पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस नेताओं ने सरमा पर झूठे आरोप लगाने का आरोप लगाया और कहा कि यह साजिश केवल गोगोई की छवि खराब करने के लिए की जा रही है। पार्टी प्रवक्ताओं ने कहा कि अगर भाजपा के पास कोई ठोस सबूत है, तो उसे कानूनी प्रक्रिया के तहत पेश किया जाना चाहिए, न कि सोशल मीडिया पर केवल आरोप लगाने चाहिए। कांग्रेस ने इस मामले को राजनीतिक एजेंडा करार दिया और कहा कि भाजपा अपनी विफलताओं से ध्यान हटाने के लिए इस तरह की रणनीति अपना रही है।

(समाचा एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ)