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शिमला: हिमाचल प्रदेश सड़क परिवहन निगम (HRTC) की एक बस में राहुल गांधी सहित कुछ और विपक्षी नेताओं की आलोचना से जुड़ा एक ऑडियो क्लिप चलने के मामले में जांच बंद कर दी गई है। पूरे मामले को लेकर हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार विवादों में घिरती जा रही थी। इसी बीच HRTC ने जांच बंद होने की जानकारी शुक्रवार को दी।
दरअसल, बस में एक यात्री द्वारा ऑडियो क्लिप चलाने के लिए हाल में बस चालक और कंडक्टर को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। आरोप हैं कि बस में जो ऑडियो क्लिक चलाई गई थी, उसमें कांग्रेस सांसद राहुल गांधी सहित कुछ और विपक्षी नेताओं की आलोचना की गई थी। यह ऑडियो प्रोग्राम कथित तौर पर 1 नवंबर को शिमला से संजौली रूट पर चल रही एक बस में किसी यात्री द्वारा चलाया गया था।
इस बारे में मुख्यमंत्री कार्यालय को शिकायत मिली थी। इसके बाद दोनों बस स्टाफ को HRTC की ओर से नोटिस जारी किया गया और जांच के भी आदेश दे दिए गए थे। हालांकि, अब ऐसी जानकारी सामने आई है कि पूरे मामले पर विवाद के बाद शुक्रवार को HRTC ने जांच बंद कर दिया है। एचआरटीसी ने कहा है कि जिस शिकायत के आधार पर जांच के आदेश दिए गए थे वे आधारहीन पाए गए हैं।
साथ ही एचआरटीसी ने उस अधिकारी को एक एडवाइजरी जारी करने का भी फैसला किया है, 'जिसने शिकायत को देखा और ड्राइवर और कंडक्टर को नोटिस जारी कर उन्हें अपनी स्थिति स्पष्ट करने या अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना करने के लिए कहा।'
राहुल गांधी की आलोचना वाला ऑडियो सुनने पर नोटिस! क्या है मामला
सामने आई जानकारी के अनुसार एक नवंबर को ढली डिपो की एक बस शिमला-संजौली रूट पर चल रही थी। इस सफर के दौरान एक राजनीतिक बहस से संबंधित ऑडियो क्लिप बस में किसी के द्वारा तेज आवाज में चलाया गया। इस ऑडियो क्लिप में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी समेत अखिलेश यादव, ममता बनर्जी और तेजस्वी यादव जैसे अन्य लोगों के खिलाफ कुछ अपमानजनक टिप्पणियां थी।
इसके बाद सैमुअल प्रकाश नाम के एक व्यक्ति ने 5 नवंबर को इस संबंध में सीएम कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई। शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में बस नंबर, तारीख और समय और रूट का उल्लेख किया। सीएम कार्यालय ने शिकायत को आवश्यक कार्रवाई के लिए HRTC को भेज दिया था। इसके बाद ढली के एक वरिष्ठ एचआरटीसी अधिकारी ने 25 नवंबर को बस चालक टेक राज और कंडक्टर शेष राम को नोटिस जारी कर तीन दिनों के भीतर स्पष्टीकरण मांगा।
So HRTC issues explanation notices to a driver and conductor because someone complained about passengers watching a video critical of congress leaders? Is this a joke? Instead of fixing the disaster that is their buses this is their big focus? So Himachal is now a place where… pic.twitter.com/B1UDjnWl01
— Being Himachali (@BeingHimachali) November 30, 2024
बस ड्राइवर और कंडक्टर को नोटिस
बस ड्राइवर और कंडक्टर को जारी नोटिस में उल्लेख किया गया था कि राज्य द्वारा संचालित बस में ऐसे किसी भी ऑडियो को चलाने की अनुमति नहीं है जो किसी राजनीतिक नेता को बदनाम करता हो। इसमें आगे कहा गया कि वे चलाए जा रहे ऑडियो को रोकने या उस पर आपत्ति करने में विफल रहे, और इसलिए उन्हें स्पष्टीकरण प्रस्तुत देना या अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
इसके बाद ड्राइवर और कंडक्टर ने स्पष्टीकरण भी दिया। उन्होंने दावा किया कि उनके या किसी और यात्री द्वारा बस में ऐसा कोई ऑडियो नहीं चलाया गया था।
भाजपा ने उठाए थे सवाल...HRTC ने पीछे खींचे कदम
इस मामले के सामने आने के बाद हिमाचल प्रदेश की विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी ने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए राज्य सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे।
भाजपा नेता सुखराम चौधरी ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'एचआरटीसी ने ड्राइवर और कंडक्टर से तीन दिन के भीतर जवाब मांगा है। इस तरह की प्रतिक्रिया केवल कांग्रेस सरकार के तहत ही देखने को मिल सकती है, जहां नेता राजनीतिक लाभ के लिए आंख मूंदकर एक परिवार की सेवा करते हैं। ऐसी छोटी-छोटी बातों के लिए सामान्य कर्मचारियों को क्यों परेशान किया जा रहा है।'
उन्होंने कहा, 'समोसा गायब होने की जांच के आदेश देने के बाद, सरकार ने अब हिमाचल रोडवेज परिवहन निगम बस के चालक और कंडक्टर के खिलाफ एक बिना किसी बात वाले मुद्दे पर जांच का आदेश दिया है।'
उन्होंने आगे आरोप लगाया कि राज्य में विकास ठप हो गया है और जनकल्याणकारी योजनाओं की अनदेखी की जा रही है। चौधरी ने कहा, 'सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं और बुनियादी ढांचे जैसी वास्तविक समस्याओं पर ध्यान देने की बजाय ऐसे तुच्छ मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर रही है।'