हाथरसः हाथरस हादसे के मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर के पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने के बाद स्वयंभू संत सूरज पाल जाटव उर्फ भोले बाबा ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। सूरज पाल वही कथित बाबा है जिसके सत्संग में भगदड़ मचने से 123 लोगों की मौत हो गई है।
शनिवार समाचार एजेंसी ANI से घटना पर दुख व्यक्त करते हुए सूरज पाल ने कहा कि अराजकता फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। सूरज पाल जिसे नारायण साकार हरि के नाम से भी जाना जाता है, ने कहा, 2 जुलाई की भगदड़ की घटना से मैं बहुत दुखी हूं। ईश्वर हमें इस दर्द को सहने की शक्ति दे। कृपया सरकार और प्रशासन पर भरोसा रखें। उसने कहा कि मुझे विश्वास है कि अराजकता फैलाने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
#WATCH मैनपुरी, उत्तर प्रदेश: एक वीडियो बयान में हाथरस भगदड़ की घटना पर सूरजपाल उर्फ ’भोले बाबा’ ने कहा, “हम 2 जुलाई की घटना के बाद बहुत ही व्यथित हैं…प्रभु हमें इस दुख की घड़ी से उभरने की शक्ति दे। सभी शासन और प्रशासन पर भरोसा बनाए रखें। हमें विश्वास है कि जो भी उपद्रवकारी… pic.twitter.com/ynxWANk3OI
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 6, 2024
सूरजपाल ने पीड़ितों की मदद करने की बात कही
सूरज पाल ने आगे अपने वकील एसपी सिंह का जिक्र करते हुए कहा कि उनके माध्यम से समिति के सदस्यों से अनुरोध किया है कि वे शोकाकुल परिवारों और घायलों के साथ खड़े रहें और जीवन भर उनकी मदद करें।
हाथरस में हुई भगदड़ में अबतक 123 लोगों की जान चली गई है। मृतकों में ज्यादातर महिलाएं शामिल हैं। मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं। वहीं जांच के लिए गठित एसआईटी ने शुक्रवार अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दी।
रिपोर्ट में कुछ राजनीतिक नेताओं के नाम का जिक्र है, जिनके चुनाव में ‘भोले बाबा’ ने अहम भूमिका निभाई। समागम में लोगों की संख्या का अंदाजा न लगा पाने के लिए कुछ स्थानीय नेताओं, सेवादारों, कार्यक्रम के आयोजकों और वहां तैनात अन्य अधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए हैं।
मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर ने किया आत्मसमर्पण
पुलिस की एफआईआर के अनुसार, केवल 80,000 लोगों की अनुमति दिए जाने के बावजूद लगभग 250,000 लोग एकत्र हुए थे। इस बीच, हादसे के मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर ने शुक्रवार रात दिल्ली में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया, जिसके बाद उसे उत्तर प्रदेश पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उसे शनिवार को स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा। उत्तर प्रदेश पुलिस ने मधुकर की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को एक लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी।
आरोपी के वकील एपी सिंह ने शुक्रवार को एक वीडियो बयान में कहा कि देव प्रकाश मधुकर, जिसे मुख्य आयोजक कहा गया था, ने एसआईटी, एसटीएफ और पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। हमने उसे एसआईटी और उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंप दिया है। अब पूरी जांच हो सकती है…उसके स्वास्थ्य का ध्यान रखा जाना चाहिए, वह हृदय रोगी है और उसके साथ कुछ भी गलत नहीं होना चाहिए…”
भोले बाबा पर होनी चाहिए कार्रवाईः मायावती
उधर, बसपा प्रमुख मायावती ने हाथरस हादसे पर कहा, भोले बाबा सहित अन्य जो दोषी हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। मायावती ने कहा कि इस मामले में सरकार को अपने राजनीतिक स्वार्थ में ढीला नहीं पड़ना चाहिए, ताकि आगे लोगों को अपनी जान ना गंवानी पड़े।
बसपा प्रमुख ने कहा कि हाथरस के भोले बाबा जैसे अनेकों और बाबाओं के अंधविश्वास व पाखंडवाद के बहकावे में आकर अपने दुःख व पीड़ा को और नहीं बढ़ाना चाहिए, यही सलाह है। उन्होंने बाबा साहब का जिक्र किया और कहा कि “बाबा साहेब डा. भीमराव आम्बेडकर के बताए हुए रास्तों पर चलना चाहिए और इन्हें सत्ता खुद अपने हाथों में लेकर अपनी तकदीर खुद बदलनी होगी।”
एफआईआर के अनुसार, सत्संग आयोजकों ने बाबा के अनुयायियों की चप्पलें और अन्य सामान पास के खेतों में फेंक कर कार्यक्रम में मौजूद लोगों की वास्तविक संख्या को छिपाने की कोशिश की। ऐसा बताया जा रहा है कि भगदड़ तब मची जब कई श्रद्धालु उपदेशक के पैरों की मिट्टी लेने के लिए दौड़े थे। उनका मानना था कि इससे उनकी सभी बीमारियां ठीक हो सकती हैं। मामले में देव प्रकाश मधुकर समेत कुल 7 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।