यूपी के हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़ मचने से 116 से ज्यादा लोगों की मौत, 100 से ज्यादा घायल

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More than 116 people died, more than 100 injured due to stampede during satsang in Hathras, UP.

यह मामला हाथरस के सिकंदराराऊ कोतवाली क्षेत्र के गांव फुलराई का है। फोटोः IANS

हाथरसः यूपी के हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़ मचने से 116 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई जबकि करीब 100 लोग बेहोश हो गए। मरने वालों में सबसे ज्यादा महिलाएंउत्तर और बच्चे शामिल हैं। इनकी मौत की पुष्टि एटा के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ उमेश कुमार त्रिपाठी ने की है। बताया जा रहा है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है। कई मीडिया रिपोर्टों में मौतों की संख्या 100 से ज्यादा बताई गई है। सभी की डेड बॉडी एटा मेडिकल कॉलेज पहुंचाई गई है। सूचना के बाद घटनास्थल के लिए डीएम आशीष कुमार और एसपी निपुण अग्रवाल रवाना हो गए हैं।

कब और कैसे हुआ हादसा?

यह मामला हाथरस के सिकंदराराऊ कोतवाली क्षेत्र के गांव फुलराई का है। घटना उस समय हुई जब एक धार्मिक उपदेशक हाथरस जिले के सिकंदरा राऊ क्षेत्र के रति भानपुर गाँव में एक विशेष रूप से बनाए गए तंबू में अपने अनुयायियों को संबोधित कर रहे थे। रिपोर्टों के मुताबिक दोपहर के वक्त प्रवचन में शामिल होने आए सैकड़ों भक्त भीषण गर्मी से बेहोश हो गए। इसके बाद लोग भागने लगे, जिससे भगदड़ मच गई। पुलिस ने कहा कि कार्यक्रम के दौरान बहुत गर्मी और उमस थी।

पुलिस महानिरीक्षक (अलीगढ़ रेंज) शलभ माथुर हादसे की जानकारी देते हुए कहा कि "यह धार्मिक उपदेशक भोले बाबा का सत्संग था। एटा और हाथरस जिले की सीमा पर स्थित इस स्थान पर मंगलवार दोपहर को लोगों के एकत्र होने की अस्थायी अनुमति दी गई थी।" उन्होंने कहा, घटना के वास्तविक कारणों की जांच की जा रही है।

हाथरस के सत्संग में क्यों मची भगदड़?

एटा जिला अस्पताल में भर्ती किशोरी ज्योति ने बताया कि 'लोगों की भारी भीड़ जमा थी। यह सब तब हुआ जब सत्संग समाप्त हो गया और सभी लोग जल्दी से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे थे। बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं था और हर कोई एक-दूसरे पर गिर गया और भगदड़ मच गई। जब मैंने बाहर निकलने की कोशिश की, तो बाहर मोटर साइकिलें खड़ी थीं, जिससे बाहर निकलने का रास्ता अवरुद्ध हो गया। कई लोग बेहोश हो गए जबकि अन्य की मौत हो गई'।

सूचना पर पहुंची पुलिस व प्रशासन ने लोगों को गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया। यह भी बताया जा रहा है कि घटनास्थल पर पुलिस–प्रशासन और एंबुलेंस के पहुंचने में भी देरी हुई। जिससे वहां अव्यवस्थता की स्थिति पैदा हो गई।  उधर, सीएम योगी आदित्यानाथ की इस हादसे पर प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने दुख व्यक्त करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया है कि फौरन मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाएं।


मुख्यमंत्री ने एक्स पर लिखाः जनपद हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार में मा. मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चौधरी जी, श्री संदीप सिंह जी घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं तथा प्रदेश के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को घटना स्थल पर पहुंचने हेतु निर्देशित किया है। ADG, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान तथा घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।

--आईएएनएस इनपुट के साथ

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