रायपुरः गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुछ छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया है। दरअसल, कुछ छात्रों ने आरोप लगाया है कि हाल ही में हुए राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के कार्यक्रम के दौरान कार्यक्रम अधिकारी ने ईद पर नमाज अदा करने के लिए मजबूर किया।

छात्रों के इस आरोप के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय फैक्ट-फाइंडिंग पैनल का गठन किया है। यह पैनल इस घटना की जांच करेगा। 

छात्रों ने दर्ज कराई शिकायत

इस मामले को लेकर छात्रों ने पुलिस से शिकायत दर्ज कराई थी। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, छात्रों ने शिकायत में दावा किया कि उन्हें एनएसएस के एक कैंप के दौरान उन्हें नमाज पढ़ने को मजबूर किया गया। छात्रों ने बताया कि यह कैंप विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा कराया गया था और इसमें 59 छात्रों ने हिस्सा लिया था। 

छात्रों ने इसको लेकर कोनी थाना क्षेत्र में शिकायत दर्ज कराई है। इस घटना के बारे में बात करते हुए थाना प्रभारी ने बताया "हमने विश्वविद्यालय से जानकारी मांगी है इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।"

वहीं, विश्वविद्यालय के मीडिया-इन-चार्ज प्रोफेसर एम एन त्रिपाठी ने इस बाबत बात करते हुए कहा "हमने कोनी पुलिस की आधिकारिक सूचना और प्रसारित हो रही खबरों के बीच एक समिति का गठन किया है।"

कहां आयोजित हुआ था कार्यक्रम?

विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा यह कैंप शिवा तराइन में आयोजित कराया गया था जो बिलासपुर से करीब 30 किमी दूर है। यह कैंप 26 मार्च से एक अप्रैल के बीच आयोजित किया गया था। छात्रों ने कहा ईद के मौके पर उनसे नमाज अदा कराई गई। 

छात्रों ने आरोप लगाया कि कैंप के दौरान उन्हें नमाज पढ़ने को मजबूर किया गया। इसके साथ ही छात्रों ने कहा कि जब उन्होंने इसको लेकर विरोध किया तो उन्हें धमकाया गया कि उन्हें सर्टिफिकेट नहीं दिया जाएगा।