श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद गुजरात पुलिस ने राज्य में बड़े पैमाने पर अवैध बांग्लादेशी लोगों को निशाना बनाकर अभियान चलाया। इस अभियान में अहमदाबाद पुलिस ने 890 अवैध बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया तो वहीं सूरत पुलिस ने 134 बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया।
टाइम्स ऑफ इंडिया ने राज्य अधिकारियों के हवाले से लिखा है कि गिरफ्तार किए गए लोगों में चार आपराधिक गतिविधियों में शामिल हैं। इनमें दो पर संदेह है कि इनके तार आतंकी संगठन अल-कायदा से जुड़े हैं। इन पर संदेह है कि ये अल-कायदा के स्लीपर सेल हैं।
डीजीपी ने क्या बताया?
गुजरात के पुलिस महानिदेशक (DGP) ने कहा कि संदिग्धों से संयुक्त पूछताछ केंद्र में पूछताछ की जा रही है। पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई का उद्देश्य अवैध घुसपैठ को रोकना था जो सुरक्षा जोखिम पैदा कर सकता था।
इस संबंध में गृह मामलों के राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने एक वीडियो कॉन्फ्रेंस में अभियान को तेज करने और अवैध निवासियों पर कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया गया।
इसके साथ ही संघवी ने यह भी कहा कि अवैध बांग्लादेशी नागरिक स्वेच्छापूर्वक दो दिनों के भीतर स्थानीय पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण करें या फिर कठोर कार्रवाई के लिए तैयार रहें।
शरण देने वालों के खिलाफ हो कार्रवाई
अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया गया है कि जो लोग अवैध प्रवासियों को शरण दे रहे हैं उनके खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की जाए।
पुलिस ने गिरफ्तार किए हुए लोगों के बारे में खुलासा करते हुए कहा है कि इनमें से अधिकतर लोग गुजरात और अन्य राज्यों में फर्जी दस्तावेज बनाकर रह रहे हैं। पुलिस ने बताया कि इन लोगों ने कथित तौर पर पश्चिम बंगाल में फर्जी दस्तावेज बनवाए। फर्जी दस्तावेजों के मामले में जांच अभी जारी है।
डीजीपी ने इस संबंध में बताया कि कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद इन लोगों को वापस बांग्लादेश भेजा जाएगा। यह जांच इस बात पर भी केंद्रित है कि इनका संबंध आतंकी घटनाओं से तो नहीं है। गुजरात पुलिस ने आगे कहा है कि राज्य की सुरक्षा के लिए आगे जांच जारी रहेगी।